जूते चप्पलों की रखवाली करके 40 लाख रुपए से बनवाया मंदीर और धर्मशाला
आज का इंसान जहां लालच भ्रष्टाचार और हवस का पुजारी बनकर ज्यादा से ज्यादा धन इकट्ठा करने की होड़ लगाये बैठा है और धन इकट्ठा करने की हवस मे समाज और इंसानीयत को पूरी तरह से भूल गये है ऐसे मे मां यशोदा के कार्यो का गुणगान करने के लिए शब्द कम पड रहे है। मिली जानकारी के अनुसार दिमाग मे सवाल पैदा होता है कि क्या आप जानते हैं कि श्री बॉके बिहारी मंदिर की कुंज गली में मंदिर के पास पीली साड़ी पहने गले में कंठमाला धारण किये भगवान श्रीकृष्ण राधा का नाम जप करने वाली यह वृद्ध महिला कौन हैं ? जी हाँ यह आज के युग की यशोदा मां हैं। शायद लोग इन्हें भलिभांति नहीं जानते सनातन धर्म के प्रति इनकी आस्था, भक्ति और इनके त्याग के आगे हमारी सभी पूजा अर्चना छोटी रह जाती है, मथुरा के वृन्दावन में स्थित प्रसिद्ध श्री बांके बिहारी मंदिर के बाहर पिछले 30 वर्षों से मंदिर में आने वाले श्रद्धालुओं के जूते चप्पलों की रखवाली करने वाली इन माता का नाम यशोदा है। मात्र 20 वर्ष की आयु में इनके पति की मृत्यु हो गई थी, आज माताजी 50 साल की हो चुकी हैं, इस दौरान माताजी ने श्रद्धालुओं के जूते चप्पलों की रखवाली करके 51 लाख 10 हजार 25 रुपए 50 पैसे इकट्ठा करके 40 लाख रुपए की रकम से एक गौशाला, मंदिर, धर्मशाला का निर्माण कर डाला, धर्म क्या है यह हमें इन यशोदा मां से जानना चाहिए, आप लोगों ने पैसों के पीछे भागने वाले फिल्मी सितारों, नेताओं, खेल सेलिब्रिटी के विषय में खूब सुना होगा और उनके वारे में बहुत कुछ जाना भी होगा और उनको बहुत फेमस किया भी होगा यशोदा मां के अविश्मरणीय कार्यकार्य के लिए सम्मान पूर्वक नमन करते है।