तंत्र-मंत्र के चक्कर में दी दो मासूम भतीजों की बलि
यूपी के मुजफ्फरनगर में दो बच्चों की हत्या के मामले में पुलिस ने सनसनीखेज खुलासा किया है। पुलिस टीम ने मरने वाले बच्चों की चाची समेत दो महिलाओं को गिरफ्तार कर लिया है। मगर इसके बाद पुलिस ने जो खुलासा किया है उसे सुनकर लोगों के पैरों तले जमीन खिसक गई। पुलिस का कहना है कि गिरफ्तार महिला की बीमारी का तंत्र-मंत्र के जरिये ‘इलाज’ करने के लिए दोनों बच्चों की हत्या की गई थी। पुलिस सूत्रों ने बताया कि गिरफ्तार महिलाओं की पहचान अंकिता और रीना के रूप में हुई है।
तांत्रिक के कहने पर हुआ खूनी खेल
पुलिस को शक था कि हो ना हो दोनों बच्चों की हत्या में कोई ना कोई रिश्ता जरुर है। दोनों बच्चों की मौत यूं ही अचानक और स्वाभाविक नही थी। जांच में सामने आया कि केशव की बलि उसकी चाची ने दी थी। उसे शक था कि उस पर उसकी मरी हुई बहन की आत्मा हावी थी। इस साये से छुटकारा पाने के लिए उसने मासूम केशव की गला घोंट कर हत्या कर दी। पुलिस ने चाची और उसकी मां को गिरफ्तार कर लिया। एक महीने पहले केशव के छोटे भाई 4 साल के अंकित उर्फ लकी की लाश भी इसी तरह घर में मिली थी। उसको भी गला घोंटकर मारा गया था।
साया दूर करने के लिए देनी होगी बच्चे की बलि
दोनों ही मामलों में पुलिस ने आरोपी महिला को उसकी मां के साथ गिरफ्तार किया है। ये खुलासा तब हुआ जब पुलिस को केशव की लाश के पास से तंत्र क्रिया से जुड़ी सामग्री और मंत्र लिखा कागज मिला। केशव की मां सीमा ने अपनी देवरानी अंकिता पर केशव की हत्या का आरोप लगाया था। पुलिस ने अंकिता और उसकी मां को गिरफ्तार किया तो पता चला कि दोनों चंद्रपुरी के रहने वाले तांत्रिक भगत रामगोपाल के संपर्क में थीं।
घर से मिला लाल रंग से लिखा हुआ पर्चा
तांत्रिक ने अंकिता को बताया कि उसके ऊपर ताऊ की बेटी कोमल का साया आता है। डेढ़ साल पहले कोमल मर चुकी थी। दरअसल तांत्रिक भगत ने अंकिता को कहा था कि साया दूर करने के लिए बच्चे की बलि देनी होगी। यही वजह थी अंकिता ने पहले लकी और फिर केशव की गला घोंट कर हत्या कर दी। कत्ल के बाद अंकिता और उसकी मां ने एक कागज के टुकड़े पर लाल रंग से मंत्र लिखकर छत पर छोड़ दिया। जिससे घर वालों को लगे कि यह किसी ऊपरी साये का काम है।