दाने-दाने को मोहताज हैं बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री के परिजन! तेजस्वी ने दिए 1 लाख रुपये और राशन
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भोला पासवान शास्त्री (Bhola Paswan Shastri) तीन बार बिहार के मुख्यमंत्री बने थे. मगर इनकी ईमानदारी ऐसी थी कि मृत्यु के उपरांत इनके खाते में इतने पैसे नहीं थे कि ठीक से श्राद्ध कर्म भी करवाया जा सके
पटना. बिहार के पूर्व CM स्वर्गीय भोला पासवान शास्त्री (Former CM Late Bhola Paswan Shastri) के परिजनों से नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव (Leader of Opposition Tejashwi Yadav) ने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से की बात बातचीत की. गुरुवार को हुई इस बातचीत के दौरान तेजस्वी ने भोला पासवान शास्त्री के परिजन को एक लाख रुपये की आर्थिक सहायता दी और पर्याप्त राशन पहुंचवाया. बता दें कि लॉकडाउन (Lockdown) के दौरान पूर्व CM के परिजन दाने-दाने को मोहताज थे. परिवार के सामने भुखमरी की स्थिति आ चुकी थी. इस बात की जानकारी मीडिया के माध्यम से जैसे ही तेजस्वी को मिली कि पूर्व CM भोला पासवान शास्त्री के परिजनों की माली हालत बेहद खराब है तेजस्वी ने फौरन पूर्व CM के परिजनों से बात कर उन्हें मदद पहुंचायी.बता दें कि भोला पासवान शास्त्री पूर्णिया के रहने वाले थे. वे एक बेहद ईमानदार और देशभक्त स्वतंत्रता सेनानी थे. वह महात्मा गांधी से प्रभावित होकर स्वतंत्रता संग्राम के दौरान सक्रिय हुए थे. बहुत ही गरीब परिवार से आने के बावजूद वह बौद्धिक रूप से काफी सशक्त थे कांग्रेस पार्टी ने उन्हें तीन बार अपना नेता चुना और वह तीन बार सम्पूर्ण बिहार के मुख्यमंत्री बने.
उनका कार्यकाल निर्विवाद था और उनका राजनीतिक व व्यक्तिगत जीवन पारदर्शी था. बीएचयू से शास्त्री की डिग्री हासिल करने के बाद राजनीति में सक्रिय थे. इंदिरा गांधी ने इन्हें तीन बार बिहार का मुख्यमंत्री और केंद्र में मंत्री भी बनाया था. मगर इनकी ईमानदारी ऐसी थी कि मृत्यु के उपरांत इनके खाते में इतने पैसे नहीं थे कि ठीक से श्राद्ध कर्म भी करवायी जा सके.बिरंची पासवान जो शास्त्री जी के भतीजे हैं। उन्होंने ही शास्त्री जी को मुखाग्नि दी थी। शास्त्री जी को अपनी कोई संतान नहीं थी। विवाहित जरूर थे मगर पत्नी से अलग हो गये थे। पूर्णिया के तत्कालीन जिलाधीश ने इनका श्राद्ध कर्म करवाया था। गांव के सभी लोगों को गाड़ी से पूर्णिया ले जाया गया था। चुंकि मुखाग्नि उन्होंने दी थी सो श्राद्ध भी उनके ही हाथों सम्पन्न हुआ। सरकार की ओर से शास्त्री जी के परिजन को एक या दो इंदिरा आवास मिला है। हालाँकि उन्होंने कभी कुछ माँगा नहीं।