मल्हनी उपचुनाव में तीन प्रमुख दलों की जमानत हुई ज़ब्त
ऐसे हारे हुए अभ्यर्थी की, जो किसी निर्वाचन क्षेत्र में डाले गए कुल विधिमान्य मतों की संख्या के छठे भाग से अधिक मत प्राप्त करने में असफल होता है, जमानत राशि जब्त हो जाती है. इन आंकड़ों को अगर मल्हनी विधानसभा में हुए उपचुनाव के खांचे में फिट करें तो तीन प्रमुख दल मल्हनी विधानसभा में अपनी जमानत राशि भी नहीं बचा पाए और उनकी जमानत जब्त हो गयी। बसपा के जय प्रकाश दुबे, कांग्रेस के राकेश मिश्रा और भारतीय जनता पार्टी के मनोज सिंह की जमानत मल्हनी के विधानसभा चुनाव में जब्त हो गयी. मल्हनी विधानसभा में लगभग 2 लाख 6 हज़ार से अधिक वोट पड़े थे. यहां से समाजवादी पार्टी के प्रत्याशी लकी यादव और निर्दल प्रत्याशी धनंजय सिंह में काटें की टक्कर देखने को मिली. लकी यादव को 73468 मत प्राप्त हुए और उन्होंने अपने निकटतम प्रतिद्वंदी निर्दलीय प्रत्याशी धनंजय सिंह को 4632 मतों से हराया. धनंजय सिंह को कुल 68836 मत प्राप्त हुए। वहीं दूसरी तरफ भारतीय जनता पार्टी प्रत्याशी मनोज सिंह को 28840 मत, बहुजन समाजवादी पार्टी प्रत्याशी जयप्रकाश दुबे को 25180 मत और कांग्रेस प्रत्याशी राकेश मिश्र को 2871 मत प्राप्त हुए और इसी के साथ यह तीन दल अपनी जमानत राशि भी नहीं बचा पाए। भारतीय जनता पार्टी ने मल्हनी उपचुनाव में अपनी पूरी ताकत झोंक दी थी वहीं दूसरी तरफ कांग्रेस इस उपचुनाव को 2022 के तैयारी के तौर पर देख रही थी मगर आलम यह रहा कि मल्हनी विधानसभा सीट पर प्रमुख दल के रूप में अपनी जमानत बचाने में भी असफल रहे।