सत्तू अमृत है
बिहारी स्टाइल में सत्तु बनाने की विधि:
**सामग्री:**
1. चने का सत्तु (भुने हुए चने का आटा) – 1 कप
2. पानी – 2 कप
3. नींबू का रस – 1 चम्मच
4. काला नमक – स्वादानुसार
5. भुना जीरा पाउडर – 1 चम्मच
6. हरी मिर्च (बारीक कटी हुई) – 1-2
7. पुदीने के पत्ते (बारीक कटे हुए) – थोड़े से
8. धनिया पत्ते (बारीक कटे हुए) – थोड़े से
**विधि:**
1. एक बड़े बर्तन में सत्तु डालें।
2. उसमें धीरे-धीरे पानी मिलाते जाएं और उसे अच्छे से घोलते जाएं ताकि गांठें ना बने।
3. जब मिश्रण स्मूथ हो जाए, उसमें नींबू का रस, काला नमक, भुना जीरा पाउडर, हरी मिर्च, पुदीने के पत्ते, और धनिया पत्ते डालें।
4. सभी सामग्री को अच्छे से मिलाएं।
5. तैयार सत्तु को एक गिलास में डालें और ठंडा-ठंडा सर्व करें।
### सत्तु के फायदे:
1. **पोषण से भरपूर:** सत्तु में प्रोटीन, फाइबर, कार्बोहाइड्रेट्स, और विभिन्न विटामिन्स एवं मिनरल्स होते हैं जो शरीर के लिए आवश्यक होते हैं।
2. **ऊर्जा बढ़ाने वाला:** सत्तु एक नेचुरल एनर्जी ड्रिंक है जो थकान को दूर करता है और तुरंत ऊर्जा प्रदान करता है।
3. **पाचन में सहायक:** इसमें फाइबर की अच्छी मात्रा होती है जो पाचन तंत्र को सुधारता है और कब्ज की समस्या को दूर करता है।
4. **वजन नियंत्रित करने में सहायक:** सत्तु के नियमित सेवन से भूख कम लगती है और वजन नियंत्रित रहता है क्योंकि यह पाचन को धीमा करता है और लंबे समय तक पेट भरे होने का अहसास कराता है।
5. **गर्मी में राहत:** सत्तु शरीर को ठंडा रखता है और गर्मी में लू से बचाव करता है।
6. **हृदय स्वास्थ्य:** इसमें मौजूद फाइबर और कम कोलेस्ट्रॉल स्तर हृदय स्वास्थ्य के लिए लाभकारी होते हैं।
7. **डायबिटीज के लिए लाभकारी:** सत्तु का ग्लाइसेमिक इंडेक्स कम होता है, जिससे यह डायबिटीज के मरीजों के लिए भी अच्छा होता है।
### निष्कर्ष:
सत्तु न केवल स्वादिष्ट होता है, बल्कि स्वास्थ्य के लिए भी अत्यंत लाभकारी है। बिहारी स्टाइल में सत्तु बनाना सरल और आसान है, और इसे विभिन्न स्वादों में मिलाकर बनाया जा सकता है