सफलता की कहानी
*इस बिजनेस आइडिया ने बदली सबनम की किस्मत*
*लाखों में हो रही इनकम.. दूसरों को भी दे रही काम*
*बांका…..बिहार*
आज की दुनिया में महिलाएं क्या नहीं कर सकती हैं. महिलाएं आज हर क्षेत्र में सबसे आगे हैं. ऐसे में महिला अगर किसी कार्य को करने ठान लें तो उस कार्य को पूरा करें बिना हार नहीं मानती है. ऐसे ही आज हम एक महिला के बारे में बताने जा रहे है, जिसने उद्यमी योजना का लाभ लेकर मसाले का उद्योग शुरु किया. आज वो इस बिजनेस से लोगों को रोजगार दे रही है.जी हां हम बात कर रहे है बांका मुख्यालय नेहरू जी कालोनी निवासी सबनम कुमारी की जो मसाला के बिजनेस से हजारों रुपए महीने का कमाती है.
*राम अवतार*
उद्यमी सबनम कुमारी ने बताया कि 2018 में उनकी शादी बांका के राजकमल से हुई थी. उन्होंने बताया कि शादी के बाद घर में खाली समय में कुछ काम कर घर आर्थिक स्थिति को मजबूत करने का मन था. पर क्या करे समझ नही आ रहा था.
अपने बिजनेस के बारे में शबनम कुमारी ने बताया कि हमारे उद्योग में धनिया, हल्दी, मिर्च, काली मिर्च, जीरा, गरम मसाला, चिकन मसाला, मटन मसाला मिक्स मसाला का पाउडर के अलावा दर्जनों मसाले तैयार किए जाते है. वर्तमान समय में दर्जनों से अधिक मसाले 50 ग्राम से लेकर 10 किलो तक खुद का अपने ब्रांड बनाकर बांका से अन्य राज्यों में करते हैं सेलिंग.
यह प्रस्ताव मेरे पति को अच्छा लगा जिसके बाद उन्होंने बताया की हमारा भी मन था किसी रोजगार को करने का. कोरोना काल से मसाले का उद्योग करना चाहते थे. क्यों ना इसी का उद्योग शुरू किया जो कभी बंद नही होगा. जिससे बाद पति के सहयोग से उद्योग लगाने का निर्णय लिया.
सबनम ने बताया कि बिजनेस शुरू करने में सबसे बड़ी समस्या जो आ रही थी वो थी पैसों की, इसलिए 2021में मुख्यमंत्री अति पिछड़ा उद्यमी योजना के तहत 10 लाख की अनुदानित राशि से मसाले का उद्योग शुरू किया. शुरुआती दौर में हल्दी और धनिया का पाउडर बनाकर बाजार में सेलिंग करते थे.
मसाला की पैकिंग और तैयारी करने के लिए 6.5 लाख की लागत से ऑटोमेटिक पिसाई मशीन, पैकिंग मशीन, ऑटोमेटिक सिलाई की मशीन लगाई गई है जिसमें 50 ग्राम से लेकर 10किलो तक का मसाला तैयार किया जाता है. इसकी सेलिंग बांका भागलपुर जमुई मुंगेर पूर्णिया के अलावे सीमावर्ती राज्य झारखंड के देवघर गोड्डा दुमका सीलिंग की जाती है जिससे महीने की 50000 से अधिक की होती है कमाई.