कहानी सीमा हैदर पर फिल्म बनाने वाले अमित जानी की : लूट, चेक बाउंस, जालसाजी, बलवा जैसे 1 दर्जन मामले दर्ज
सीमा हैदर पर फिल्म बनाने का दावा करने वाले अमित जानी पर एक दर्जन से ज्यादा क्रिमिनल केस दर्ज हैं. जानिए पूरी कहानी पाकिस्तान से आई सीमा हैदर की प्रेम कहानी पर फिल्म बनाने का दावा करने वाले प्रोड्यूसर अमित जानी का विवादों से गहरा नाता है. नवनिर्माण सेना का राष्ट्रीय अध्यक्ष और फिल्म निर्माता होने का दावा करने वाले अमित जानी पर एक दर्जन से ज्यादा मुकदमे दर्ज हैं. इनमें लाखों रुपये के फ्रॉड से लेकर हत्या के प्रयास, पुलिसकर्मियों से भिड़ना, मारपीट, बलवा, हंगामा, लूटपाट समेत 16 से ज्यादा मामले दर्ज हैं.
अमित जानी पर एक बार 5 हजार रुपये का इनाम भी घोषित हो चुका है. एक बार समाजसेवा के लिए मंगाए गए 54 लाख रुपये के करीब कंबल की पेमेंट के लिए जो चेक दिया था वो भी बाउंस हो गया था. जांच अधिकारी बताते हैं कि अमित जानी पर ठगी के कई मामले भी हैं. हालांकि, खुद अमित जानी से जब इन मामलों के बारे में पूछा गया तो उनका कहना है कि हां ये मामले दर्ज हैं. ये सभी केस अदालत में हैं. ज्यादातर मामले राजनीति साजिश का हिस्सा हैं.
कौन है ये अमित जानी ?
अमित जानी का असली नाम अमित अग्रवाल है. ये मेरठ जिले के जानी नामक कस्बे के रहने वाले हैं. इसलिए अपने इलाके के नाम पर अपना नाम अमित जानी कर लिया. अमित जानी के विवाद की शुरुआत महाराष्ट्र में हिंदी भाषियों को कथित तौर पर वहां के स्थानीय नेताओं की तरफ से उत्पीड़न का विरोध करते हुआ था. इस मामले को लेकर मेरठ में शिवसेना कार्यालय में तोड़फोड़ की थी. इसके बाद यूपी में नव निर्माण सेना बनाई थी. खुद को कट्टरवादी हिंदू होने का दावा करने वाले अमित जानी पर अपराध की दुनिया के कई मुकदमे दर्ज हैं.
इसकी शुरुआत आज से 13 साल पहले से ही है. अमित जानी पर मेरठ में साल 2010 से ही मुकदमे दर्ज हुए हैं. इनसे पहले देहरादून में चेक बाउंस होने के एक बड़े फर्जीवाड़े का मुकदमा दर्ज हो चुका है. इसके अलावा साल 2012 में उस समय अमित जानी का नाम यूपी के डीजीपी तक पहुंच गया था जब पूर्व सीएम मायावाती की मूर्ति को क्षतिग्रस्त किया था. असल में साल 2012 में जब यूपी में सपा सरकार बनी तो उसके कुछ महीने बाद ही पूर्व सीएम बसपा सुप्रीमो मायावती की मूर्ति को ही क्षतिग्रस्त कर दिया था. इस घटना को लेकर काफी हंगामा हुआ था. इस मामले में अमित जानी को जेल भेज दिया गया था. इस केस के बाद ही उस समय के यूपी के डीजीपी ने अमित जानी का क्रिमिनल रिकॉर्ड भी तलब कर लिया था.
लूट, अवैध वसूली, हत्या का प्रयास समेत दर्जनों मुकदमे दर्ज
अमित जानी पर सिर्फ मामूली नहीं बल्कि गंभीर आपराधिक केस भी दर्ज हैं. 2012 में जब अमित जानी को लेकर काफी बवाल हुआ था तब उस समय के मेरठ एसएसपी के. सत्यनारायण ने मीडिया को बताया था कि अमित जानी के खिलाफ लूट, हत्या के प्रयास, अवैध वसूली, चेक बाउंस कर फ्रॉड करने जैसे कुल 7 आपराधिक मामले दर्ज हैं. इसके बाद भी अमित जानी पर साल 2023 तक अलग-अलग शहरों में मामले दर्ज होते रहे हैं. साल 2022 के यूपी विधानसभा चुनाव में अमित जानी ने मेरठ के सिवालखास से चुनाव भी लड़ा था. उस समय अपने शपथ पत्र में खुद पर 14 मामलों का जिक्र किया था. इनके अलावा अब तक 16 मुकदमों की जानकारी सामने आ चुकी है. अमित जानी को जेल भी भेजा चुका है.
साल 2010 में जिला अमरोहा के गजरौला में लूटपाट का मामला दर्ज.
साल 2010 में मेरठ के लालकुर्ती में बलवा, गाली गलौज समेत IPC की धारा-147, 148, 307, 427, 436, 504, 506 व 7 क्रिमिनल एक्ट के तहत केस दर्ज हुआ था.
साल 2011 में अमरोहा में लूटपाट वाले मामले में गिरफ्तारी नहीं होने पर 5 हजार रुपये का इनाम भी घोषित हुआ था.
मेरठ के लालकुर्ती थाने में ठगी समेत कई धाराओं में मुकदमा दर्ज, टीपी नगर थाने में साल 2012 में पुलिसकर्मियों से बदतमीजी मामले में सरकारी कार्य में बाधा डालने समेत क्रिमिनल एक्ट में मुकदमा दर्ज.