गले की सूजन और दर्द
➖एक कप गर्म पानी में एक चम्मच नमक की मिलाकर हर दो घंटे बाहर गरारे करें।
➖दिन के अंत तक सूजन से बहुत राहत मिलेगी।
➖लहसुन में एंटी-माइक्रोबियल गुण होता है, जो वैक्टीरिया और वायरस की मारने में मददकरता है।
➖लहसुन खाने से गले की सूजन और बैठना की समस्या खुद ही कम हो जाती है।
➖इसके लिए लहसुन की एक छोटी सी कली लेकर अपने मुंह में रखकर धीरे-धीरे चूसे। जल्द रहत के लिए उपाय को दिन में कई बार करें।
➖अदरक, गले के चारों ओर श्लेष्मा झिल्ली को शांतकर, सूजन से तुरंत राहत प्रदानकरता है।
➖समस्या होने पर एक पैन में कटा हुआ अदरक उबाल लें और कुछ देर उबालने के बाद इसे थोड़ा ठंडा होने के लिए रख दें।
➖इसमें नीबू के रस की कुछ बूंदे और मीठा करने के लिए रशद मिला सकते हैं।
➖इस अदरक की चाय का सेवन दिन में कई बार करें।
➖इसके अलावा अदरक के टूकड़े को ऐसे भी मुंह में रखकर चूस सकते हैं।
➖नीबू के रस की कुदरती एसिड होता है, इसलिए यह बैक्टीरिया को मारकर कण्ठमाला की सूजन के लक्षणों से राहत प्रदान करने में मदद करता है।
➖गले की सूजन की समस्या से बचने के लिए एक कप गर्म पानी में थोड़ा सा नमक और नीबू के रस की कुछ बूंदे मिलाकर मिश्रण से गरारे करें।
➖तुरंत राहत पाने के लिए इस उपाय को दिन में कई बार करें।
➖सेब साइडर सिरका बैक्टीरिया के कारण होने वाली कण्ठमाला की सूजन के खिलाफ बहुत कारगर उपाय है।
➖इसके लिए एक कप पानी में दो बड़े चम्मच सेब साइडर सिरका और थोड़ा सा शहद मिलाकर इस मिश्रण को एक दिन में दो बार पीएं।
➖नीलगिरी के तेल में एंटी-वायरल, एंटी-माइक्रोबियल और एंटी बैक्टेरियल जैसे गुण इसे कंठमाला में जलन को शांत करने का सबसे सर्वांतम उपाय बनाते है।
➖नीलगिरी के तेल को उपयोग करने का सबसे अच्छा तरीका है कि इसकी भाप लें।
➖इसके लिए एक पैन में उबलते पानी में कुछ बूंदे नीलगिरी के तेल की मिला लें।
➖इसके बाद एक तौलिए के साथ सिर को कवर करके 10 मिनट तक इस भाप से सांस लें।
➖दिन में दो बार इस उपाय को करें।
➖प्याज कंठमाला के इलाज के लिए सबसे प्रभावी घरेलू उपचारों में से एक है।
➖प्याज का सिरप गले की सूजन को ठीक करता है।
➖गले में दर्द होने पर प्याज को छोटे-छोटे टुकड़ों में काटकर मिक्सी में पीसकर सिरप तैयारकर लें।
➖उसके बाद गर्म पानी में दो चम्मच रस डालकर पीएं। दर्द में तुरंत आराम होगा।
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