चाचा और चचेरे भाई के बदले जीजा और चचेरी बहन
लोकसभा के मौजूदा चुनाव में चिराग पासवान ने पहली जीत हासिल कर ली है. चिराग पासवान ने अपने चाचा पशुपति पारस और चचेरे भाई प्रिंस राज को एनडीए से बाहर का रास्ता दिखा दिया है. पारस और प्रिंस राज का सियासी वजूद खतरे में है. दोनों की लोकसभा सीट चिराग पासवान के पास आ गयी है. लेकिन चर्चा ये हो रही है कि चिराग पासवान अपने चाचा और चचेरे भाई से मुक्त होने के बाद भी पारिवारिक दायरे से बाहर नहीं निकल पायेंगे.
चाचा और चचेरे भाई के बदले बहन और जीजा
दरअसल चिराग पासवान के हिस्से तीन सुरक्षित सीट आयी है. हाजीपुर, जमुई औऱ समस्तीपुर. ये वो सीट हैं जिन पर पासवान परिवार का कब्जा था. चिराग खुद जमुई से सांसद हैं तो उनके चाचा पशुपति पारस हाजीपुर से औऱ चचेरे भाई प्रिंस राज समस्तीपुर से. चिराग पासवान ये क्लीयर कर चुके हैं कि पारस और प्रिंस राज की लोजपा(रा) में एंट्री का कोई सवाल ही नहीं उठता यानि उन दोनों को पार्टी का टिकट नहीं मिलेगा.
चिराग खुद अपनी सीट बदल रहे हैं, वे जमुई के बदले हाजीपुर सीट से चुनाव लड़ने जा रहे हैं. लेकिन सवाल ये उठ रहा है कि फिर जमुई और समस्तीपुर सीट से उम्मीदवार कौन होगा. सबसे पहले जमुई सीट की बात करते हैं. यहां से चिराग पासवान खुद एमपी थे. खबर ये आयी है कि बिहार सरकार के मंत्री अशोक चौधरी ने अपनी बेटी शांभवी चौधरी को जमुई से उम्मीदवार बनाने के लिए चिराग पासवान से संपर्क साधा है. लेकिन उनकी बात नहीं बनती दिख रही है.
जमुई से बहनोई को टिकट
लोजपा(रा) सूत्रों के मुताबिक जमुई से चिराग पासवान के बहनोई अरूण भारती को टिकट मिलना तय है. अरूण भारती पिछले कुछ दिनों से पार्टी के कार्यक्रमों में सक्रिय रहे हैं. वे चिराग पासवान के सभाओं में भी शामिल होते रहे हैं. वैसे भी अरूण भारती के परिवार का राजनीतिक इतिहास रहा है. उनकी मां कांग्रेस की नेत्री और विधान पार्षद रही हैं. पिछले लोकसभा चुनाव में भी उनके चुनाव लड़ने की चर्चा थी. लेकिन तब सीट का एडजस्टमेंट नहीं हो पाया था.
सबसे दिलचस्प मामला समस्तीपुर का है. इस सीट से चिराग के चचेरे भाई प्रिंस राज सांसद हैं, जो एनडीए से बाहर किये जा चुके हैं. इस सीट के दावेदारों की सूची दिलचस्प है. आज दिल्ली में जेडीयू के मंत्री महेश्वर हजारी पूरे परिवार के साथ चिराग पासवान के घर पहुंच गये. महेश्वर हजारी चिराग पासवान के निकट संबंधी हैं. लेकिन राजनीति के कारण दोनों में दूरियां बढ़ गयी थी. बुधवार को महेश्वर हजारी ने चिराग से मुलाकात की. चर्चा ये है कि महेश्वर हजारी अपने बेटे के लिए चिराग पासवान की पार्टी से समस्तीपुर से टिकट चाहते हैं.
सूत्रों की मानें तो रामचंद्र पासवान के दामाद जॉली पांडेय ने मंगलवार को ही चिराग पासवान से मुलाकात की थी. उस दौरान उन्होंने ये इच्छा जतायी कि उनकी पत्नी यानि प्रिंस राज की बहन को समस्तीपुर से टिकट दिया जाये. हालांकि चिराग पासवान ने उन्हें कोई ठोस आश्वासन नहीं दिया है. लेकिन इस बात से इंकार नहीं किया जा सकता कि जिस सीट से प्रिंस राज बेटिकट किये गये, उसी सीट से उनकी बहन को उम्मीदवार बना दिया जाये. भाई की सीट पर बहन का चुनाव मैदान में उतरना वाकई दिलचस्प नजारा होगा.