Sunday, December 22, 2024
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जलेबी के चक्कर में नौकरी से हाथ धो बैठे थाने के मुंशी

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उतर गई वर्दी, किस्सा मीडिया में उछला तब हुआ एक्शन
एक थाने का मुंशी कहने को बड़ी ताकत रखता है लेकिन एक किलो जलेब ने एक मुंशी की वर्दी उतरवा ली। हैरान करने वाला किस्सा सामने आया है उत्तर प्रदेश के हापुड़ से।
कहीं जलेबी बन रही हो तो आस पास का सारा आलम उसकी महक से महकने लगता है। गर्म जलेबी की गर्म चाशनी और उसका जायका मुंह में घुलने लगता है और न चाहते हुए भी आदमी जलेबी खाने के लिए तैयार हो जाता है। लेकिन कभी कभी ऐसी गर्म जलेबी खाने से मुंह के जलने का खतरा रहता है, इसके बारे में शायद हापुड़ के बहादुरगढ़ थाने के उस मुंशी से ज्यादा कोई बेहतर नहीं बता सकता।

अब तक जलन मची है

आमतौर पर पुलिस से कोई पंगा तो लेता नहीं, ले भी कैसे, क्योंकि पुलिस को पता है कि पॉवर क्या होती है और उसका इस्तेमाल कैसे करते हैं। लेकिन कभी कभी तार को भी अहसास नहीं होता कि उसके भीतर से कितनी बिजली गुज़रने वाली है। वो तो गुमान में तार बना रहता है लेकिन बिजली की तेजी और गर्मी बर्दाश्त करने की ताकत उसमें होती नहीं और वो गल कर गिर पड़ता है। ये बात यहां इसलिए हो रही है क्योंकि हापुड़ में पुलिस को अपनी वर्दी की धौंस जरा भारी पड़ गई और उसका मुंह अब तक जल रहा है।

थाने के मुंशी की अजीब डिमांड
याद होगा कुछ रोज पहले का वो किस्सा जब रिश्वत के रूम में पांच किलो आलू मांगा गया था। लेकिन अब रिश्वत बदल गई है लेकिन आलू की जगह एक किलो गरम जलेबी ने ले ली है। और इस बार मामला पुलिस महकमे का है। असल में हापुड़ जिले के बहादुरगढ़ थाने में एक शख्स अपने मोबाइल खोने की शिकायत दर्ज कराने गया था। थाने में बैठे मुंशी ने उसकी शिकायत तो लिख ली लेकिन थाने की मुहर नहीं लगाई। अब सारा खेल मुहर का है। जब उस शख्स ने थाने के मुंशी से एप्लीकेशन पर मुहर लगाने को कहा तो मुंशी ने अजीब सी डिमांड रख दी, जिसे सुनकर वो शख्स भी बुरी तरह से चौंक गया।

मुहर के बदले मांगी एक किलो गरमागरम जलेबी

मुंशी ने लड़के से कहा कि पहले जाकर एक किलो गरम जलेबी लाओ और थाने में सभी पुलिसवालों को खिलाओ तब एप्लीकेशन में मुहर लगेगी। ये अजीबो गरीब रिश्वत की खबर जैसे ही महकमे के आला अफसरों तक पहुंची तो सभी दंग रह गए और जिस मुंशी ने गरम जलेबी मंगवाई थी उसकी वर्दी की गर्मी निकाल दी। हापुड़ के बहादुरगढ़ थाना इलाके के गांव कनौर के रहन वाले हैं चंचल कुमार।

चंचल कुमार सोमवार की शाम दवा लेने बाजार गए, वहां रास्ते में उनका मोबाइल कहीं गुम हो गया। काफी तलाश करने के बाद भी जब खोया हुआ मोबाइल नहीं मिला तो चंचल कुमार थाने पहुँच गए और अपनी तकलीफ वहां मुंशी को बताई। मुंशी ने भी चंचल से एक शिकायती पत्र लिखने को बोल दिया। चंचल ने वो पत्र लिख भी दिया। चंचल ने जब वो शिकायत मुंशी को पकड़ाई तो मुंशी ने कहा कि जब तक इस पर थाने की मुहर नहीं होगी ये शिकायत महज एक कागज का टुकड़ा ही रहेगी। इसे NCR भी नहीं माना जाएगा।

गरमागरम जलेबी या बालूशाही

तो चंचल ने कहा कि इस पत्र पर थाने की मुहर लगा दो, तो मुंशी ने कहा मुहर तभी लगेगी जब तुम यहां मौजूद सभी पुलिसवालों को गरम जलेबी खिलाओगे। जाओ और एक किलो जलेबी ले आओ। इतना ही नहीं मुंशी ने उस लड़के से यह फरमाइश रखी कि वह गर्मा गर्म जलेबी या बालूशाही ही लेकर आए। थाने के मुंशी की इस डिमांड को सुनकर चंचल भी दंग रह गया। मोबाइल खो जाने पर हताश और निराश चंचल मुंशी की इस डिमांड को टाल नहीं पाया और एक किलो जलेबी लाकर थाने में पुलिसकर्मियों को बांट दी। इसके बाद जाकर थाने में तैनात पुलिसकर्मी ने उसके मोबाइल फोन खोने की शिकायत पर मुहर लगाई और उसे घर भेज दिया।

मीडिया में छपी खबर से मचा बवाल

लेकिन थाने में बंटी जलेबी की महक मीडिया तक जा पहुँची। अगले दिन गर्मागर्म खबर अखबार में छप गई। खबर छपने भर की देरी थी पूरे शहर में वही जलेबी महकने लगी। थाने में मुंशी की करतूत और गरम जलेबी की महक आखिर पुलिस के आला अफसरों तक जा पहुँची, बस फिर क्या था, आला अफसर फौरन एक्शन में आए और मुंशी की जमकर क्लास लगाई। और उस मुंशी को तत्काल प्रभाव से थाने से हटा दिया गया।