मेरठ में घर-घर शुरू हुई कोरोना के संदिग्ध मरीजों की खोज, 700 से ज्यादा टीमों ने संभाला मोर्चा
मेरठ के जिला प्रशासन ने कोरोना संदिग्धाें की तलाश में 700 से ज्यादा टीमों को मैदान में उतार दिया है, जो गांव-गांव, गली-गली संदिग्ध मरीजों को ढूंढ़ रही हैं. टीम में लेखपाल, आशा वर्कर, एएनएम आदि भी शामिल हैं. अब तक के सर्च अभियान में कई लोग संदिग्ध पाए गए हैं.
मेरठ. उत्तर प्रदेश के मेरठ में अब कोरोना के संदिग्ध मरीज़ों की खोज घर-घर शुरू हो गई है. जिला प्रशासन ने इस संबंध में 700 से ज्यादा टीमों को मैदान में उतार दिया है, जो गांव-गांव, गली-गली संदिग्ध मरीजों को ढूंढ़ रही हैं. टीम में लेखपाल, आशा वर्कर, एएनएम आदि भी शामिल हैं. अब तक के सर्च अभियान में कई लोग संदिग्ध पाए गए हैं. इसमें किसी को बुखार तो किसी को कोई अन्य शिकायत है. ऐसे लोगों को घरों में रहने के निर्देश दिए गए हैं.
मृत्यु दर में कमी लाने के लिए शुरू किया गया एक्टिव केसेज सर्च अभियान: डीएम
मेरठ के डीएम ने कहा है कि मृत्यु दर में कमी लाने को लेकर एक्टिव केसेज़ सर्च का ये अभियान चलाया जा रहा है. गौरतलब है कि मेऱठ में कोरोना से मरने वालों का आंकड़ा बढ़कर 43 हो गया है. मेऱठ में लगातार कोरोना से बढ़ते मौतों को देखते हुए शासन की तरफ से ओएसडी डॉ वेद प्रकाश ने भी कहा था कि गंभीर मरीज़ अगर चपेट में आएंगे तो मौत का आंकड़ा बढ़ेगा. ऐसे में गंभीर रोगियों को वायरस की चपेट में आने से रोकना होगा.