युवाओं का नया ठिकाना बना चाय सुट्टा बार – आर्यन मिश्रा
प्रतापगढ़, वोडका कॉफी पीना पसंद करेंगे या पान चाय। जी हां, चाय के शाैकीनाें के लिए अलग अलग तरह की चाय हैं तो वहीं कॉफी पीने वालाें के लिए भी तमाम ऑप्शन। चाय और कॉफी का मेन्यू कार्ड पढ़ेंगे तो सिर भी चकरा जाएगा। शराब की ब्रांड की तरह यहां कॉफी और चाय के भी अलग अलग नाम हैं। प्रतापगढ़ में निर्मल चौराहे के पास युवाओं के मस्ती का नया ठिकाना चाय सुट्टा बार हो गया है। यहां पर आने वाले युवा तरह तरह के गीत और संगीत के बीच चाय की चुस्की लेते हैं और दोस्तों के साथ करियर और नौकरी के लिए गुफ्तगू करते हैं। औसतन 15 से 20 मिनट रुकने के बाद अपने गंतव्य को लौट जाते हैं। फ्रेंचाइजी लेने वाले आर्यन मिश्रा ने बताया कि कई तरह के चाय उपलब्ध है, जबकि चाकलेट फ्लेवर की चाय की 80 प्रतिशत बिकती है आर्यन ने बताया कि चाय की गुणवत्ता से समझौता नहीं करते हैंचाय सुट्टा बार (सीएसबी) में चाय और स्नैक्स की सुविधा 13 घंटे तक उपलब्ध है। सुबह 10 से दोपहर लगभग तीन बजे तक सर्वाधिक भीड़ रहती है। इस अवधि में स्कूल और कालेज के विद्यार्थी के अलावा कोचिंग में तैयारी करने वाले युवा भी आते हैं। इसके अलावा शाम लगभग पांच बजे के बाद ग्राहकों का आना शुरू होता है।आर्यन मिश्रा ने बताया कि कोविड संक्रमण के दौरान कुछ नया करने के बारे में सोच रहे थे। इस बीच यू ट्यूब पर चाय सुट्टा बार के बारे में जानकारी मिली। संपर्क करने के बाद फ्रेंचाइजी की प्रक्रिया शुरू की गई चाय की बिक्री के बारे में खुल कर कहते हैं कि प्रतापगढ़ में लाेगों का अच्छा प्यार मिल रहा है।चाय सुट्टा बार के फ्रैंचाइजी लेने वाले आर्यन मिश्रा ने बताया कि वो टीचिंग की तैयारी कर रहे थे और सरकार बैकेन्सी भी नही निकाल रही थी जिससे वो थक हार कर निराश मन से घर पर बैठ गए थे। तभी उनके दोस्तों से उनको खुद का बिजनेस करने की सलाह मिली जिससे उनके मन मे एक उम्मीद की किरन जगी और फिर वह खुद का बिजनेश करने की तैयारी में लग गए की तभी उनको यूट्यूब पर चाय सुट्टा बार के बारे में जानकारी हुई फिर उन्होंने इसकी फ्रेंचाइजी लेने की प्रक्रिया के बारे में जानकारी हासिल की और शहर के बीचो बीच निर्मल तिराहे के स्टेशन रोड पर चाय सुट्टा बार के नाम से फ्रेंचाइजी लेकर डाल दिया जिसे लोगों का अब खूब प्यार और साथ मिल रहा है। हमारे यहां कपल्स के लिए भी अलग रूम बनाया गया है जहां कपल्स साथ बैठकर चाय व स्नैक्स को एंजॉय कर सकते है। आर्यन ने बताया कि हम लोग अभी तक विद्यार्थी ही थे दोस्तो के आइडिया के बाद घरवालों को समझाया मम्मी और पापा का पूरा सहयोग मिला।और हमने अपना काम शुरू कर दिया। जिसमें जिले के लोगों के साथ साथ अधिकारियों का भी सहयोग समय समय पर मिलता रहता है।