सहारनपुर में सामने आई शिक्षिका अनामिका शुक्ला, वाट्सएप पर भेजा इस्तीफा
सहारनपुर. उत्तर प्रदेश के कासगंज (Kasganj) में बेसिक शिक्षा विभाग को चकमा देकर बड़ा फर्जीवाड़ा करने वाली टीचर अनामिका शुक्ला (Teacher Anamika Shukla) नाम की महिला की गिरफ्तारी के बाद बड़े-बड़े खुलासे सामने आ रहे है. वहीं एक शिक्षिका ने प्रयागराज से लेकर सहारनपुर तक कई स्कूलों में एक साथ नौकरी की. सहारनपुर के मुजफ्फराबाद ब्लॉक के कस्तूरबा गांधी आवासीय बालिका विद्यालय में भी शिक्षिका की तैनाती पाई गई है. वह भी बाकायदा दस्तावेजों के साथ. हैरत की बात तो यह है कि जिल से ही शिक्षिका ने वेतन के तौर पर करीब एक लाख रुपए से ज्यादा ले चुकी हैं. मामले का खुलासा हुआ है तो बेसिक शिक्षा विभाग के अफसरों के होश उड़ गए.
इस खुलासे के बाद शिक्षा विभाग ने अनामिका को तलब किया और अपने मूल प्रमाण पत्रों के साथ सहारनपुर आने के लिए कहा. लेकिन वह सहारनपुर नहीं आई और उन्हाेंने वाट्सएप पर अपना त्यागपत्र भेज दिया. कूटरचित अभिलेखों के आधार पर फर्जी तरीके से नौकरी पाएं जाने पर अनामिका शुक्ला के विरुद्ध बालिका शिक्षा के जिला समन्वयक आदित्य नारायण शर्मा ने जनकपुरी थाने में मुकदमा दर्ज कराया है.
जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी रमेंद्र कुमार सिंह का कहना है कि अनामिका शुक्ला कस्तूरबा गांधी आवासीय बालिका विद्यालय मुजफ्फराबाद में पूर्णकालिक शिक्षिका थी. जांच के दौरान उसके मूल प्रमाण पत्र फर्जी पाए गए. वह अगस्त 2019 से तैनात थी. बीएसए के मुताबिक नौकरी के लिए कूटरचित अभिलेख लगाने पर अनामिका शुक्ला के खिलाफ थाना जनकपुरी में मुकदमा दर्ज करा दिया गया. फिलहाल पुलिस घटना की जांच पड़ताल में जुटी है.