55 लाख का बिजली बिल मिलते ही चाय दुकानदार के होश फाख्ता, बिजली बोर्ड के अधिकारी भी इस बिल को लेकर हो रहे शर्मसार
ऊना. सरकारी विभाग कही का हो सबके काम करने के तरीके एक जैसे ही है यह नही कहा जा सकता कि उ0प्र0 मे भ्रष्टाचार एवं लापरवाही है और दूसरे प्रदेशो मे ईमानदारी बची है। देश के समस्त विभागो मे अगर भ्रष्टाचार है तो बिजली विभाग को समस्त भ्रष्टाचारियो के सिरमौर के रूप मे मानने मे कोई एतराज नही होगा। प्राप्त सूचना के अनुसार हिमाचल प्रदेश के ऊना में चाय की दुकान पर 55 लाख रुपये का बिल आया है. यह मामला ऊना के हरोली उपमंडल मुख्यालय का है. चाय की दुकान चलाने वाले नरेश कुमार को बिजली बोर्ड ने करीब 55 लाख रुपये का बिजली बिल थमाया है. एक छोटी सी चाय की दुकान का इतना बड़ा बिजली बिल देखकर दुकानदार नरेश कुमार के होश फाख्ता हो गए, वहीं अब बिजली बोर्ड के अधिकारी भी इस बिल को लेकर शर्मसार हो रहे. फिलहाल बिजली बोर्ड के अधिकारियों ने इसे लिपिकीय चूक मानते हुए बिल दुरुस्त करने की बात कही है.चाय की दुकान चलाने वाले नरेश कुमार ने बताया कि कुछ दिन पहले बिजली बोर्ड ने 4 महीने का बिजली बिल 6702 रुपये दिया था. बिल जमा न होने पर बिजली विभाग ने उनकी दुकान का बिजली कनेक्शन काट दिया था. शनिवार को जब वे ऑनलाइन पेमेंट करने के लिए बिजली विभाग के पोर्टल पर गए तो वहां अपनी दुकान का बिजली बिल देखकर उनके होश फाख्ता हो गए. ऑनलाइन पोर्टल पर उनके नाम 55 लाख 14 हजार 945 रुपए बकाया दिख रहे थे. नरेश कुमार ने तुरंत अपने सहयोगी को बिजली बोर्ड कार्यालय भेजा और बोर्ड के अधिकारियों को इससे अवगत कराया. इस मामले में बिजली बोर्ड के सहायक अभियंता होशियार सिंह ने कहा कि लिपिकीय चूक की वजह से नरेश कुमार के बिजली बिल में दिक्कत आई है, जिसे जल्द दुरुस्त किया जाएगा. अधिकारी ने बताया कि नरेश कुमार का बिजली बिल कई महीने से बकाया था. विभाग के कर्मचारी ने उसकी दुकान के मीटर से बिजली की सप्लाई काटी और मीटर रीडिंग लेकर यहां जमा करवा दिया. लेकिन पोर्टल पर मीटर रीडिंग अपलोड करते समय कर्मचारी से चूक हुई जिसकी वजह से यह बिल ज्यादा गया है, उसे दुरुस्त कर दिया जाएगा.