जिला स्वास्थ्य शासी निकाय की बैठक कलेक्ट्रेट सभागार में गुरुवार देर सायं हुई संपन्न
जिलाधिकारी श्री अनुज कुमार झा की अध्यक्षता में। बैठक में मुख्य चिकित्सा अधिकारी द्वारा अवगत कराया गया कि पिछली बैठक में जिन भी ब्लॉक में प्रसूताओ को भुगतान 90 प्रतिशत से कम पाया गया था वहां भुगतान कराया जा चुका है। 0 से 1 वर्ष तक के बच्चों के टीकाकरण की प्रक्रिया चल रही है। वाहन संचालन, मानव संचालन की निविदा का प्रकाशन हो गया है। जिलाधिकारी ने निर्देशित किया कि सभी ब्लॉकों में पांच-पांच स्वास्थ्य केंद्रों को प्रसव केंद्रों के रूप में विकसित किया जाए। अस्पतालों में मूलभूत सुविधाओं की उपलब्धता सुनिश्चित हो। समस्त एमओआईसी को निर्देशित किया कि अस्पतालों में प्रसूताओ को निशुल्क भोजन की व्यवस्था हो तथा जिन भी हेल्थ एंड वैलनेस सेंटर पर मूलभूत सुविधाओं अथवा उपकरणों की आवश्यकता हो उसका क्रय कराया जाए इसके साथ ही मेडिकल उपकरण भी खरीदे जाएं। इसके साथ ही जिलाधिकारी ने मातृ मृत्यु ऑडिट, जननी सुरक्षा योजना के तहत सरकारी इकाइयों में प्रसव के तुलनात्मक विवरण, जननी सुरक्षा कार्यक्रम, परिवार नियोजन कार्यक्रम की समीक्षा, राष्ट्रीय स्वास्थ्य कार्यक्रम, टेली कंसल्टेशन, ट्यूबरक्यूलोसिस प्रोग्राम, राष्ट्रीय दृष्टिहीनता एवं दृष्टि दोष नियंत्रण कार्यक्रम, राष्ट्रीय कुष्ठ उन्मूलन कार्यक्रम की प्रगति की समीक्षा करते हुए निर्देशित किया कि अस्पतालों में दवाओ की उपलब्धता सुनिश्चित की जाए तथा डेंगू मरीजों के चिन्हांकन तथा उपचार में किसी भी प्रकार की लापरवाही न बरती जाए। बैठक में मुख्य विकास अधिकारी साई तेजा सीलम, मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ लक्ष्मी सिंह, अपर मुख्य चिकित्सा अधिकारी सहित अन्य चिकित्सकगण तथा अधिकारीगण उपस्थित रहे।