अगर आउटिंग पर जाना है तो यहाँ जाए
दुनिया में कई देश हैं, जहां जाने की तमन्ना हर भारतीय को होती है. रोमांस के लिए लोग पेरिस को देखते हैं तो वहीं कई लोगों को लंदन जाने का शौक होता है. लेकिन विदेश जाने के नाम पर सबसे पहले बात आती है बजट की. वहां जाने में कितना खर्चा होगा, वहां जाने के लिए वीसा कैसे मिलेगा वगैरह वगैरह… लेकिन क्या आप जातने हैं कि दुनिया में एक देश ऐसा भी है, जहां पहुंचकर हर भारतीय करोड़पति बन जाता है. नहीं, ये मजाक नहीं बल्कि सच है. दुनिया का ये देश कहीं और नहीं बल्कि एशिया में ही है. आइए बताते हैं आपको कौनसा है वो देश, जो युवाओं के लिए जन्नत है.
*दीपिका शर्मा*
आपके दिल में सवाल आ रहा होगा कि ऐसा कौनसा देश है. ये देश है दक्षिण-पूर्वी एशिया का लाओस. लाओस का असली नाम है ‘लाओ पीपल डेमोक्रेडिक रिपब्लिक’ है. लाओस भले ही एक छोटा देश है, लेकिन इसकी खूबसूरती देखने लायक है. इस देश की कॉफी और यहां मिलने वाली एल्कोहल काफी मशहूर है. लाओस और भारत का संबंध काफी पुराना है. इतना ही नहीं, इस देश के लोग खुद के मूल को भारतीय ही मानते हैं. दरअसल में जब अशोक ने कलिंग का युद्ध किया था, दक्षिण भारत के बहुत से लोग असम-मणिपुर से होते हुए हिंद-चीन चले गए थे. लाओस की संस्कृति बहुत पुरानी है. इस देश की राजधानी वियतनाम है.
लाओस पर 1953 तक फ्रांस का शासन था. लेकिन ये छोटा सा देश, जिसके ज्यादातर लोग कृषि कर अपना जीवन चलाते हैं, इस दुनिया का सबसे ज्यादा बांबारी झेलने वाला देश है. इस देश में दुनिया में सबसे ज्यादा बम गिराए गए थे. वियतनाम युद्ध के दौरान 1964 से 1973 यहां जमकर बमबारी हुई. अगर औसत की बात करें तो इस देश में इन 9 सालों में हर 8 मिनट में एक बम गिराया गया.जहां खेती की बात हो रही है तो बता दें कि लाओस गोल्डन ट्राएंगल का भी हिस्सा है. यानी ये देश दुनिया में सबसे ज्यादा अफीम की खेती करने वाले देशों में शामिल है. गोल्डन ट्रांएगल में म्यानमान और थाइलैंड भी शामिल हैं. लेकिन अफीम की यहां सिर्फ खेती ही नहीं होती, बल्कि यहां का युवा भी नशे की लत की चपेट में रहा है. हालांकि यूनाइटेड नेशंस की पहल के बाद यहां हालात अब सुधर गए हैं.
लाओस को हजार हाथियों की धरती भी कहा जाता है. जहां साउथ एशिया के सभी देशों को समुद्र तट छूता है, वहीं ये अकेला ऐसा देश है, जिसकी कोई कोस्टलाइन नहीं है.लाओस में आकर हर भारतीय करोड़पति बन जाता है. आप सोच रहे होगे कि आखिर ऐसा कैसे होता है. सबसे पहले तो लाओस में अगर भारतीय जाना चाहें तो उन्हें वीसा ऑन अराइवल मिल जाता है. इसके अलावा इस देश का वीसा लगने में लगभग 23 दिन का समय लगता है.
लाओस की करंसी का नाम लाओ कीप है, जो बहुत ही सस्ती करंसी है. इसे ऐसे समझें कि 1 भारतीय रुपए की कीमत 251.91 लाओ कीप है. यानी अगर आपके पास 50,000 रुपए हैं तो आप लाओस के करोड़पति बन जाएंगे. एक और दिलचस्प फैक्ट है. दुनिया के अगर सबसे छोटे लोगों की लिस्ट बनाई जाए तो लाओस उसमें दूसरे नंबर पर आता है. यहां के लोगों की औसत हाइट 5 फीट है. यानी अगर आप लाओस जाते हैं, जों आप वहां के लंबे लोगों की श्रेणी में गिने जाएंगे.
हाइट के साथ ही दुनिया की सबसे ज्यादा जवान जनसंख्या भी इसी देश में रहती है. एक आंकड़े के अनुसार लाओस की 70 प्रतिशत जनसंख्या 30 साल से कम उम्र की है. यहां एक साल में 12 से ज्यादा फेस्टिवल मनाएं जाते हैं. दुनिया में सबसे ज्यादा स्टिकी राइस यानी चावल इसी देश में खाया जाता है.अगर आप कॉफी के शौकीन हैं, तो लाओस आपके लिए एक बेहतरीन वेकेशन डेस्टिनेशन हो सकती है. साउथ-ईस्ट एशिया की सबसे बढ़िया कॉफी इसी देश में उगाई जाती है. यहां ड्रिंक्स के शौकीन लोगों को भी खूब वैरायटी मिलेगी. लाउस एक प्राकृति की गोद में बसा देश है, जहां रात में जंगल सफारी का पर्यटक खूब लुत्फ उठाते हैं. यहां कई घने जंगल हैं, जहां आप अपना ये शौक पूरा कर सकते हैं.