लोकतंत्र बचाओ नहीं परिवार बचाओ भ्रष्टाचार छुपाओ रैली
पीटीआई, नई दिल्ली। विपक्षी इंडिया ब्लॉक ने रविवार को दिल्ली के ऐतिहासिक रामलीला मैदान में बड़ी लोकतंत्र बचाओ रैली की। इस दौरान समूचे विपक्ष ने भाजपा और केंद्र सरकार पर हमला किया। भाजपा ने विपक्षी इंडिया ब्लॉक की रैली पर पलटवार करते हुए कहा कि यह लोकतंत्र बचाओ रैली नहीं थी बल्कि यह परिवार बचाओ और भ्रष्टाचार छुपाओ रैली थी।
सत्तारूढ़ भाजपा ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के खिलाफ ‘मैच फिक्सिंग’ के आरोप को लेकर भी राहुल गांधी पर पलटवार किया। साथ ही आरोप लगाया कि अतीत में कांग्रेस सरकार ने पड़ोसी देश श्रीलंका को कच्चातिवू द्वीप सौंप दिया था और कांग्रेस के प्रथम परिवार को फायदा पहुंचाने के लिए एक सौदा किया था।
आपके परिवार ने डील फिक्सिंग की थी- पूनावाला
राहुल गांधी के बयान पर तीखी प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए भाजपा प्रवक्ता शहजाद पूनावाला ने कहा, “कुछ लोग मैच फिक्सिंग के बारे में बात कर रहे हैं। 1974 में इंदिरा गांधी सरकार ने देश के राष्ट्रीय हित और तमिलनाडु के लोगों के हित से समझौता करते हुए कच्चाथीवू द्वीप को कांग्रेस को फायदा पहुंचाने के लिए श्रीलंका को सौंप दिया था। राहुल गांधी जी, आपके परिवार ने डील फिक्सिंग की थी।”
विभाजनकारी राजनीति कांग्रेस के डीएनए में- भाजपा
राजधानी दिल्ली में एक प्रेस कांफ्रेंस करके शहजाद पूनावाला ने राहुल गांधी के दावे पर कांग्रेस की आलोचना की। उन्होंने कहा कि विभाजनकारी राजनीति कांग्रेस के डीएनए में है।
भ्रष्टाचार में लिप्त हर आदमी रैली कर रहा- त्रिवेदी
वहीं, इससे पहले भाजपा प्रवक्ता और राज्यसभा सांसद सुधांशु त्रिवेदी विपक्ष की रैली पर हमला करते हुए कहा कि रामलीला मैदान ने एक बार अन्ना हजारे के नेतृत्व में भ्रष्टाचार के खिलाफ भारत आंदोलन की मेजबानी की थी और अब यह भ्रष्टाचार में लिप्त हर आदमी के लिए एक रैली की मेजबानी कर रहा है।
डीएमके और आरजेडी नेताओं पर हमला
त्रिवेदी ने कांग्रेस, डीएमके और आरजेडी सहित कई नेताओं के खिलाफ भ्रष्टाचार के मामलों का हवाला देते हुए दावा किया कि ये सभी आरोप 2014 से पहले के हैं जबकि विपक्ष का आरोप है कि मोदी सरकार उन्हें भ्रष्टाचार की जांच में फंसा रही है। यह राजनीतिक प्रतिशोध है।