Monday, December 23, 2024
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बड़ा हादसा तीन लोगों की हत्या

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*लखनऊ से सटे मलिहाबाद में ट्रिपल मर्डर, जमीन के विवाद में दिनदहाड़े तीन की गोली मारकर हत्या; एक घायल*

*मलिहाबाद में शुक्रवार को जमीन को लेकर हुए विवाद में दंपती व उनके बेटे की गोली मारकर हत्या कर दी गई। दोनों पक्षों में जमीन की पैमाइश को लेकर विवाद हुआ था।*

*मलिहाबाद के मोहम्मद नगर इलाके में शुक्रवार दोपहर जमीन की पैमाइश के दौरान मां, पुत्र और एक अन्य व्यक्ति की गोली मारकर हत्या कर दी गई। फायरिंग के दौरान गोली लगने से महिला के पति भी घायल हो गए। हत्या का आरोप मृतक महिला के सगे चाचा पर लगा है। फिलहाल पुलिस के अधिकारी मौके पर मौजूद हैं और छानबीन की जा रही है।*

*मलिहाबाद के मोहम्मदनगर निवासी फरहीन (35) का सगे चाचा लल्लन से जमीन को लेकर विवाद चल रहा था। उक्त मामले में शुक्रवार को दोनों पक्ष जमीन की पैमाइश के लिए जुटे थे। इस दौरान दोनों पक्षों के बीच विवाद हो गया। आरोप है कि लल्लन पक्ष के लोगों ने ताबड़तोड़ फायरिंग शुरू कर दी। फायरिंग के दौरान गोली मुनीर (55), उनके बेटे हंजाल (16), फरहीन और उनके पति फरीद को लगी।*

*अचानक ताबड़तोड़ फायरिंग से वहां दहशत फैल गई। गोली लगने से मुनीर, फरहीन और हंजाल की मौके पर ही मौत हो गई। वारदात के बाद सभी आरोपी वहां से भाग खड़े हुए। दिनदहाड़े तीन लोगों की हत्या की खबर पाकर मौके पर डीसीपी पश्चिम राहुल राज सहित अन्य अधिकारी भी पहुंच गए। गोली लगने से गंभीर रूप से घायल फरीद को इलाज के लिए ट्रामा सेंटर भर्ती कराया गया है। फिलहाल पुलिस के अधिकारी मौके पर मौजूद हैं और छानबीन की जा रही है।*

*तिहरे हत्याकांड के पीछे जमीन विवाद नहीं : डीएम*

*जिलाधिकारी डॉ. सूर्यपाल गंगवार घटना की जानकारी पाकर पीड़ित परिवार से मिलने पहुंचे। मुलाकात के बाद डीएम ने कहा कि हत्याकांड के पीछे जमीन विवाद नहीं है। यह एक आपराधिक घटना है। विवाद के बारे में परिवार से बातचीत की है। लल्लन और सलीम भाई हैं। सलीम की बेटी को भी गोली मारी गई है।*

*डीएम का कहना है कि आरोपी और पीड़ित पक्ष की संयुक्त खाते की जमीन है। बंटवारे का मुकदमा हुआ, जिस पर वर्ष 2012 में निर्णय आया। इसके बाद निगरानी वर्ष 2018 में की गई। इसमें अपील भी कमिश्नरी में चल रही है। एक पक्ष की ओर से पैमाइश के लिए आवेदन किया गया था। शुक्रवार की तिथि पैमाइश के लिए निर्धारित हुई थी। हालांकि स्थगन आदेश की जानकारी मिलने पर लेखपाल ने पैमाइश से मना कर दिया था। दोनों पक्ष लौटे और घर पर किसी बात को लेकर उनका विवाद हो गया। ऐसा प्रतीत होता है कि आरोपियों को लगता था कि पीड़ित परिवार उनके विपक्षियों की मदद करता है। आरोपी का शस्त्र लाइसेंस कैसे बना, इसकी जांच की जाएगी।*