Boycott of funeral feast, an attempt to give a new direction to the society
प्रतापगढ़। जिले के पुतईपुर गांव में एक नई पहल करते हुए मृत्युभोज का बहिष्कार किया गया और समाज को एक नई दिशा देने का प्रयास किया गया। परिवार के सदस्यों मुंशीलाल वर्मा, हीरा लाल वर्मा और जवाहर मास्टर ने एकमत होकर शिक्षा के प्रति लोगों को जागरूक करने के लिए कॉपी-किताब और विधवा महिलाओं को वस्त्र दान कर एक नई रोशनी समाज को देने का काम किया। इस नई पहल को सफल बनाने में कई लोगों ने सहयोग किया, कार्यक्रम में प्रमुख रूप से राजकुमार पाल जी (अपना दल के प्रदेश अध्यक्ष, सुशीला कश्यप जी अम्बेडकर सेवा समिति की अध्यक्ष जितेंद्र पटेल जी, हरी लाल पटेल, राजेश पासी, रघुवीर वर्मा जी, जामिद भाई, गोपी जी, अरविंद सरोज जी कार्यक्रम का सफल संचालन भंते प्रेमनाथ सरोज और जयराज बौद्ध जी ने किया। इस पहल को समाज में एक नई दिशा देने के लिए एक महत्वपूर्ण कदम माना जा रहा है।जवाहर पटेल ने कहा इस पहल से समाज को एक संदेश मिला है कि मृत्युभोज जैसी परंपराओं का बहिष्कार करके समाज को एक नई दिशा दी जा सकती है। इस पहल को आगे बढ़ाने के लिए लोगों को प्रेरित किया जा रहा है।