Due to the vigilance of Chowki Incharge Bhuliyapur, the child who had come to visit with his aunt was saved from getting lost and was handed over to the relatives
चौकीइंचार्ज भूलियापुर की सतर्कता से मौसी के साथ दर्शन करने आया बच्चा खोने से बचा, किया परिजनों के हवाले
प्रतापगढ़। बेल्हा माई मंदिर परिसर में आज एक बच्चा उस समय रोता हुआ मिला जब भूलियापुर चौकी इंचार्ज अंकित तिवारी मंदिर में राम नवमी दर्शन करने आयी भीड़ को नियंत्रित करने में लगे हुए थे। व्ही एक बच्चे को देखकर चौकी इंचार्ज अंकित त्रिपाठी ने बच्चे को पुचकार कर अपने पास लाया तो बच्चे ने बताया कि मेरी मौसी कहीं गुम हो गई हैं। अंकित त्रिपाठी ने उस बच्चे को अपने कस्टडी में लेकर चौकी पर चले आए पुलिस की सतर्कता व प्रयास से तीन-चार घंटे बाद पता चला कि,अमेठी की रहने वाली ज्योती उपाध्याय पुत्री श्याम लाल उपाध्याय नरैनी अमेठी अपनी बहन अठेहा उदयपुर के घर अपनी बहन के बच्चे को लेकर बेल्हा माई दर्शन करने राम नवमी के दिन आयी थी,
मौसी ने बच्चे कृष्णा को बेला माई मंदिर की सीढ़ियों पर बैठा कर या कहकर चली गयी कि मैं दवा लेकर लौट कर आती हूं ।दवा लेने चली गई और करीब 3 से 4 घण्टेतक नहीं आई बच्चा रोने लगा और इधर-उधर अपने मौसी को ढूंढ रहा था कुछ लोग उसे डांट कर भगा रहे थे तो कुछ लोग उसे भीखमंगा और अनाथ समझ कर इधर-उधर ठोकरे मार रहे थे इतने में वहीं मौजूद चौकी इंचार्ज भूलियापुर अंकित त्रिपाठी की नजर उस बच्चे पर पड़ी और उसे अपने कब्जे में लेकर उससे पूछताछ की तो उसने बताया कि हमारी मौसी दवा लेने गयी है, अभी तक नही आयी कहकर रोने लगा, उपनिरीक्षक अंकित ने प्यार से बच्चे को पुचकार कर उसे चौकी लेकर आये और उसे नाश्ताआदि कराया। तथा अपने हमराहियों को उसकी मौसी की खोजने मे लगा दिया काफी खोज बीन करने के बाद तीन-चार घंटे बाद मंदिर के पास उसकी मौसी मिली और पुलिस वाले उसे लेकर चौकी पर आ गए चौकी पर लाकर गहन पूछताछ के बाद महिला पुलिस की उपस्थिति में लिखा पढी के बाद आस्वत होने के पश्चात और बच्चे के माँ से फोन पर बात करने के बाद बच्चे को मीडिया की उपस्थिति में उसकी मौसी को सौंप कर उसे उसके घर के लिए रवाना किया ।बताते चले कि बच्चा का पालन पोषण उसकी मौसी ही करती है पिता की साया बच्चे के सर से उठ गयी है ,अस्वस्थ रहती है बच्चों के सर से पिता का साया उतर गया है उठ गया है हताश निराश और अनाथ बच्चा आज एक बड़ी अनहोनी होने से पुलिस की सतर्कता और चौकी प्रभारी की कर्माता से खोने से बच गया पुलिस के इस प्रयास की बेला माई मंदिर और आसपास के लोगों ने सराहना की है यही नहीं चौकी इंचार्ज अंकित तिवारी ने उसकी मौसी और बच्चे को अपने हमराहियों के सहयोग से गाड़ी पर बैठाकर उसे गंतव्य तक भिजवया। चौकी चार्ज धुलियापुर अंकित तिवारी के इस प्रयास के मंदिर पर उपस्थित लोगों का परिजनों ने सराहना की है वास्तव में अंकित तिवारी ऐसे कार्यों के लिए जाने जाते हैं पुलिस की मानवीय संवेदना जागृत होने पर लोगों ने कहा कि वास्तव में पुलिस से सतर्क हुआ कर मारता ईमानदारी से कम करें तो कोई भी कार्य कठिन नहीं है और आमजन की सुरक्षा सहयोग बड़े आसानी से हो सकती है।