Sunday, December 22, 2024
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CM योगी की नगरी में लव जिहाद

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गोरखपुर में लव जिहाद का एक मामला सामने आया है, जहां एक युवती ने अहमदाबाद के रहने वाले व्यापारी पर आरोप लगाया है कि वह मुस्लिम होते हुए धोखे से हिंदू बनकर शादी कर ली और फिर धर्म परिवर्तन का दबाव बनाने लगा, यही नहीं पीड़िता को ससुराल पक्ष के लोग मारने पीटने लगे और उसे बुरी तरह से प्रताड़ित करने लगे। वह बहुत धनवान और प्रभावशाली व्यक्ति है इसलिए पीड़िता अपनी जान को बचाने के लिए दर-दर भटक रही है। मिली जानकारी के मुताबिक कुशीनगर के थाना अहिरौली बाजार की रहने वाली रवीना को बसंत नाम का एक फ्रेंड रिक्वेस्ट फेसबुक पर आता है। रवीना उसको एक्सेप्ट कर लेती है और धीरे-धीरे उन लोगों में जान पहचान बढ़ने लगती है। 

पीड़िता की मानें तो आरोपी वसीम अहमदाबाद का रहने वाला है और एक बड़ा व्यापारी है। धीरे-धीरे दोनों के बीच प्यार हो गया और दोनों ने मंदिर में शादी कर ली। उसके बाद वो उसे साथ लेकर अहमदाबाद चला गया। शादी के दो दिन बाद ही जब वसीम घर पर नहीं था तो उसकी पहली बीवी घर पर पहुँचती है और उसको वसीम की पहली पत्नी बताते हुए मारने पीटने लगती है। उसके बाद जब पीड़िता को पता चला कि फेसबुक पर वसंत नाम से आईडी चलाने वाले युवक का नाम बसंत नहीं वसीम है तो उसके पैरों तले जमीन खिसक गई। साथ ही उसे यह भी जानकारी हुई कि उसके तीन बच्चे भी है। यह बात जब वसीम के घर वालों को हुई तो सभी ने पीड़िता को स्वीकारने को मान गये लेकिन उन्होंने इस्लाम धर्म अपनाने का शर्त रखा। जो पीड़िता को नामंज़ूर था।

कोर्ट मैरिज के दौरान बदल दिया था नाम

पीड़िता ने बताया कि मंदिर में शादी करने के बाद वो कोर्ट मैरिज भी किए थे। उस दौरान उसने लड़की से पहले ही एक सादा पेपर पर साइन करा लिया था जिसकी भनक किसी को नहीं हुई। चूँकि शादी घर वालों के मर्जी के ख़िलाफ़ थी इसीलिए किसी को बताना भी उचित नहीं समझा। बस उसकी बड़ी बहन और उसका जीजा कोर्ट मैरिज के दौरान मौजूद थे। उसी दौरान उसने लड़की का नाम रवीना से रबीना बानो कर दिया था। जब इन सबका पीड़िता ने विरोध किया तो वसीम उसे बहला-फुसलाकर गोरखपुर ले आया और एक फ्लैट खरीदकर उसके साथ रहने लगा। पीड़िता के अनुसार कुछ दिन बाद जब एक दिन वह घर पर नहीं थी तो वह अपने कुछ साथियों के साथ आया और घर का पूरा सामान लूट कर ले गया। पीड़िता का कहना है कि आरोपी वसीम आलम नबी अहमद अंसारी धोखाधड़ी कर लव जिहाद के मामले में 9 महीने की जेल भी काट कर आया है। वह पहले से ही शादीशुदा और तीन बच्चों का बाप है। जेल से आने के बाद वह लगातार केस वापस लेने का दवाब बनाने के साथ ही जान से मारने की धमकी दे रहा है।  

पीड़िता के अनुसार, कुछ दिनों तक तो सब कुछ ठीक-ठाक चला रहा था लेकिन धीरे-धीरे वसीम और उसके परिवार के लोगों का नजरिया बदलने लगा और मेरे पास साथ मारपीट शुरू कर दिया। वसीम और उसके परिजनों का कहना था कि मैं धर्म परिवर्तन कर लूं लेकिन मैं इसके लिए तैयार नहीं हुई। इसका विरोध करते हुए मैंने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के जनता दरबार में मुलाक़ात किया। पुलिस ने वसीम को गिरफ्तार कर लव जिहाद के मामले में जेल भेज दिया था। 9 महीने बाद जब वह जेल से छूटा तो उसने समझौता कर मुझे गुमराह किया। मेरे नाम से एक फ्लैट खरीदकर साथ रहने का वादा हुआ।

लव जिहाद का चल रहा है मुक़दमा

बाद में वसीम ने मेरे नाम से फ्लैट लेने की बजाय अपने नाम से फ्लैट लिया। लेकिन बिजली का कनेक्शन मेरे नाम पर है। मैं वर्तमान में उसी मकान में रह रही हूं। लेकिन कुछ दिनों पहले वसीम और उसके साथियों ने मेरी गैरमौजूदगी में घर का सारा सामान लूट लिया और फरार हो गया। इसकी सूचना भी मैंने थाने पर दी है लेकिन वहां अभी तक कोई सुनवाई नहीं हुई। मैं बेहद प्रताड़ित हो रही हूं वह मुझ पर मुकदमा वापस लेने के लिए दबाव बना रहा है और ऐसा ना करने पर जान से मारने की धमकी दे रहा है। अगर मुझे न्याय नहीं मिला तो मेरे पास जान देने के अलावा और कोई विकल्प नहीं बचेगा। 

आखिर पीड़िता कि  माँग क्या है?

इस सवाल पर पीड़िता ने कहा कि वसीम के ख़िलाफ़ लव जिहाद का मुक़दमा दर्ज है लिहाज़ा वो जेल की सलाख़ों में होना चाहिए साथ ही मैं जिस फ्लैट में रह रही हूँ उसमें मुझे रहने दिया जाये क्योंकि मेरे पास रहने का कोई और ठिकाना नहीं है और डेली रूटीन के जो सामान को उसने उठा लिया है अपने साथ मुझे वो वापस मिल सके। वही पीड़िता का आरोप है कि उसने फ्लैट में उसके गैरमौजूदगी में हुए लूट पाट के मामले पर गुलरिया SHO ने बताया की उन्हें किसी प्रकार की कोई शिकायत पत्र नहीं मिली है।