कविता
Top Banner
*इस जीवन की चादर में*
*सांसों के ताने बाने हैं*’
*दुख की थोड़ी सी सलवट है*
*सुख के कुछ फूल सुहाने हैं*.
*क्यों सोचे आगे क्या होगा*,
*अब कल के कौन ठिकाने हैं*,
*ऊपर बैठा वो बाजीगर* ,
*जाने क्या मन में ठाने है*
*चाहे जितना भी जतन करे*
*भरने का दामन तारों से*,
*झोली में वो ही आएँगे*,
*जो तेरे नाम के दाने है