Friday, November 22, 2024
कविताचर्चित समाचार

चमचा युग

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देवेंद्र यादव, भारतीय शूद्र संघ

लात जूता खायेंगे , फिर बीजेपी में जायेंगे
मंदिर मस्जिद गाय गोबर, हम दिन भर चिल्लाएंगे।

जाति जनगणना ना हो तो, पशुओं की गणना करवाएंगे
हम भी तो एक पालतू पशु हैं, उसी में गिन लिए जाएंगे।

अमित शाह से मीटिंग हो जाए, तो एक सीट पर मान जायेंगे
भाड़ में जाए ओबीसी , सत्ता का स्वाद चख जायेंगे।

कुत्ते बिल्ली लतियाते जाते , फिर भी रखवाली में रखे जाते
कुत्ते से हम बड़ी प्रजाति है , गिरगिट भी हमको देख के शरमाते

रोजी रोजगार पर बात होवे तो , धारा 370 पर आ जायेंगे
वो दूध पीकर हमें मूत पिलाए, तो हम खुशी खुशी पी जायेंगे।

जब जब इतिहास लिखा जाएगा , गद्दार हम ही कहलाएंगे
वैश्यायों से हमारी तुलना हो , ये सम्मान भी हम पाएंगे।

नोट- 15 मार्च मान्यवर साहेब की जयंती पर चमचा युग किताब से प्रेरणा लेकर ये कविता लिखा