सेंटमैरी स्कूल की बालिका ने फासी लगाकर दी जान
लखनऊ। जनपद के राजाजीपुरम में बोर्ड परीक्षा के तनाव में 10वीं की छात्रा जॉयस आॅगस्टिन (16) ने फांसी लगाकर जान दे दी। छात्रा के पिता सेंट मैरी स्कूल पारा के बिशप है और मां स्कूल की प्रिंसिपल हैं। घटना के समय दोनों घर पर नहीं थे। घर पर काम करने वाली मेड ने जॉयस को फांसी के फंदे पर लटकता देख परिजनों को सूचना दी। एडीसीपी पश्चिम विश्वजीत श्रीवास्तव ने बताया कि पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट में हैंगिंग की पुष्टि हुई है। मामले में किसी तरह का कोई आरोप नहीं है।
जॉयस के पिता जॉन आॅगस्टिनन ने बताया कि वह सागर विहार कॉलोनी में पत्नी स्वप्ना आॅगस्टिन, बेटी सेरा और छोटी बेटी जॉयस के साथ रहते है। पत्नी सेंट मैरी स्कूल में प्रिंसिपल हैं। उन्होंने बताया कि मंगलवार सुबह स्वप्ना किसी काम से आलमबाग गई थीं और मैं दिल्ली जाने के लिए कार से निकला था जबकि बड़ी बेटी सेरा स्कूल में पढ़ाई कर रही थी। थोड़ी ही देर में मेरे पास कॉल आई की जॉयस ने सुसाइड कर लिया है। मैं तुरंत घर के लिए लौट गया। फिर बेटी के शव को नीचे उतारकर पास के अस्पताल में ले गया जहां डाक्टर ने उसे मृत घोषित कर दिया।
उन्होंने बताया, “बेटी आईसीएसई बोर्ड से पढ़ाई कर रही थी। बुधवार को उसका इंग्लिश का प्रीपरेशन एग्जाम था। वह पेपर को लेकर परेशान थी, शायद इसीलिए यह कदम उठा लिया। बेटी पुलिस आॅफिसर बनकर अपने देश का नाम रोशन करना चाहती थी, वह आगे चलकर यूपीएससी की तैयारी करने की सोच रही थी। वह बढ़िया तैराक थी। उसके इस कदम से पूरा परिवार स्तब्ध है। जॉयस के पिता जॉन आॅगस्टिन ने बताया कि वह हमेशा फर्स्ट आती थी। वह हंसमुख थी। बोर्ड परीक्षा को लेकर वह तनाव में आई तो उसकी काउंसिलिंग भी की थी। समझाया था कि परेशान न हो। अच्छे से पढ़ाई करो, नंबर भी अच्छे आएंगे परंतु शायद वह पढ़ाई का दबाव नहीं झेल सकी।