Friday, November 22, 2024
अपराध

पकड़ौआ विवाह का अंजाम, दूल्हे ने पत्नी, ससुर और साले को गोली मार कर उतारा मौत के घाट

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बिहार में साल दर साल गुज़रते रहे। सत्ता बदली सरकारें बदलती रहीं। बिहार के सियासी जंगलराज का खात्मा हुआ तो कहने को सुशासन की बहार भी आ गई, लेकिन अगर बिहार में कुछ नहीं बदला, तो वो है बिहार की ये अजीबो गरीब परंपरा, जिसने अब तक नामालूम कितने ही घरों को तबाह किया और आगे भी न जाने कितने घरों को बर्बाद करेगी? जी हां हम बात कर रहे हैं पकड़ौआ विवाह की। इसी कड़ी में बिहार के बेगूसराय जिले से खौफनाक तस्वीरें सामने आई हैं।साहेबपुर कमाल थाना इलाके के गांव गोविंदपुर का मामला है। वैसे तो ये तस्वीरें भी एक पकड़ौआ विवाह से जुड़ी हैं, लेकिन यहां पकड़ौआ विवाह का अंजाम ट्रिपल मर्डर की एक वारदात की सूरत में सामने आया है।

एक ऐसी वारदात जिसमें सिर्फ साहेबपुर कमाल या बेगूसराय ही नहीं बल्कि पूरे बिहार को अंदर से दहला कर  रख दिया है। पकड़ौआ विवाह को सही साबित कर अपने बच्चों का घर बसाने की कोशिश में एक ही परिवार के तीन लोग काल के गाल मे समा गये है और अब इस वारदात के बाद पुलिस को भी समझ नहीं आ रहा है कि आखिर वो इस हालात को काबू में करे, तो कैसे करे। दरअसल इस खूनी कहानी की शुरुआत होती है आज से कोई डेढ़ साल पहले। बेगसूराय के ही गांव श्रीनगर छर्रापट्टी के रहनेवाले एक परिवार ने इस रोज़ अपनी बेटी नीलू का पकड़ौआ विवाह पास के ही गांव गोविंदपुर के रहनेवाले एक लड़के हिमांशु यादव से करा दिया था।  असल में हिमांशु यादव का नीलू के घर आना जाना था और लड़का-लड़की दोनों एक दूसरे से प्यार भी करते थे। इसी कड़ी में लड़की के घरवालों ने हिमांशु को एक रोज अपनी बेटी के साथ देख लिया और फिर वही हुआ, जो बिहार में होता आया है। लड़की वालों ने हिमांशु को पकड़ा और जबरन उसकी शादी अपनी बेटी नीलू के साथ करा दी। लेकिन एक वो दिन था और एक आज का दिन, हिमांशु और उसके घरवालों ने कभी नीलू को अपने घर की बहू के तौर पर नहीं अपनाया और लड़की वाले लगातार हिमांशु के परिवार वालों पर दबाव बनाते रहे। असल में इस पकड़ौआ विवाह के पीछे एक और कहानी छुपी है।

कहानी इसी हिमांशु और नीलू के परिवार से जुड़ी है। असल में हिमांशु के चचेरे भाई की शादी नीलू की बड़ी बहन के साथ हुई थी। यानी दोनों परिवारों में रिश्तेदारी थी। इसी रिश्तेदारी की बदौलत नीलू का हिमांशु के घर तो कभी हिमांशु का नीलू के घर आना-जाना लगा रहता था लेकिन इसी आने-जाने के दौरान नीलू और हिमांशु एक दूसरे से प्यार करने लगे। लेकिन जब बात निभाने पर आई, तो हिमांशु पीछे हटने लगा, लेकिन नीलू के घरवालों ने अपनी बेटी के भविष्य को ध्यान में रखते हुए एक रोज़ नीलू और हिमांशु की पकड़ौआ शादी करा दी। इसके बावजूद हिमांशु और उसका परिवार इस रिश्ते को मानने के लिए कभी तैयार नहीं हुआ। वो भी तब जब उनके परिवार में नीलू की बड़ी बहन बहू के तौर पर ब्याही थी।

शादी के मंडप में मचा ऐसा बवाल कि सन्नाटे में गया पूरा बिहार

बात बीते शनिवार की है। तारीख 17 फरवरी, 2024 का दिन। गोविंदपुर गांव में हिमांशु के परिवार में इस रोज़ मांगलिक कार्य था। यानी हिमांशु के बड़े भाई सुधांशु की शादी हो रही थी। जब श्रीनगर छर्रापट्टी के रहनेवाली नीलू के घरवालों को इस बात की खबर मिली, तो उन्होंने सोचा कि अपनी बेटी का घर बसाने का यही सही मौका है। वो इस शुभ मुहुर्त पर अगर अपनी बेटी को बहू के तौर पर अपनाने की अर्जी लेकर हिमांशु के घरवालों से मिलेंगे, तो हिमांशु के घरवाले भी सामाजिक दबाव और लोक-लाज के चलते इस रिश्ते से मना नहीं कर सकेंगे। बस, यही सोच कर नीलू के पिता उमेश यादव, उसके भाई राजेश यादव और परिवार के दूसरे लोग 15 लाख रुपये दहेज के तौर पर लेकर हिमांशु के घर पहुंचे।  वहां पहुंच कर हिमांशु के पिता संजय यादव से बात करने की कोशिश की ताकि उन्हें इस बात के लिए राजी किया जाए कि वो नीलू को अपने घर की बहू के तौर पर स्वीकार कर लें। लेकिन एक तो पकड़ौआ विवाह और दूसरा मांगलिक कार्य के मौके पर नीलू के घरवालों का इस तरह मौके पर आ धमकना हिमांशु के पिता संजय यादव को ये बात सख्त नागवार गुजरती। ये बातचीत की कोशिश गरमा-गरमी में बदल गई। बस, इसके बाद तो शादी के मंडप में ही ऐसा बवाल मचा कि पूरा बिहार सन्नाटे में आ गया। संजय और उसके घर वालों ने मिल कर कथित तौर पर नीलू, उसके पिता और भाई को गोलियों से छलनी कर दिया।

बेटी को पहुंचाने आया था ससुराल,उठ गयी सबकी अर्थी

कातिलों ने जहां नीलू को 6 गोलियां मारीं वहीं, उसके पिता और भाई को 2-2 गोली लगी। एक शादी वाले घर में हुई इस फायरिंग से पूरे इलाके में बवाल मच गया। जब श्रीनगर छर्रापट्टी के गांव के लोगों को उनके गांव के लोगों की मौत की खबर मिली, तो वो ना सिर्फ मौके पर पहुंचे, बल्कि उन्होंने दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग को लेकर विरोध प्रदर्शन की शुरुआत कर दी। चश्मदीदों की मानें तो जब बात बिगड़ गई, तो हिमांशु के पिता संजय और उसके भाई सुधांशु ने फायरिंग शुरू कर दी, जबकि खुद हिमांशु बार-बार पिस्टल लोड कर अपने पिता और भाई को पकड़ता रहा। इस तरह एक शादी वाले घर में, जिसमें सैकड़ों लोग मौजूद थे, भयंकर गोलीबारी शुरू हो गई और तो और इस फायरिंग में खुद हिमांशु और सुधांशु का एक छोटा भाई भी गोली लगने की वजह से जख्मी हो गया। फिलहाल, पुलिस ने इस सिलसिले में 11 लोगों के खिलाफ नामज़द रिपोर्ट लिखी है और मामले की छानबीन शुरू कर दी है।