Wednesday, October 23, 2024
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मास्क ऐसा कि पहनने के बावजूद पहचान बनी रहे, बोकारो के कारोबारी ने मंदा धंधा चलाने के लिए किया खास काम

बोकारो. मास्क ऐसा कि पहनने के बावजूद पहचान बनी रहे. दरअसल बाजार में बिक रहे आम मास्क को पहनने पर लोगों का चेहरा ढक जाता है. इससे पहचान में दिक्कत आती है. इसलिए बोकारो के एक व्यवसायी ने ऐसा खास मास्क बनाना शुरू किया है, जिसके पहनने पर लोग कोरोना संक्रमण  से बचेंगे ही, पहचान की भी दिक्कत नहीं होगी. जाहिर है कि कोरोना संक्रमण के इस दौर में खुद को सुरक्षित रखने के लिए सबको मास्क पहनना जरूरी है. बोकारो के सिटी सेंटर सेक्टर-04 स्थित सितारा के प्रेस्टो पर्सनलाइज्ड वंडर्स के संचालक रंजन गुप्ता ने यह कर दिखाया. कोरोनाकाल में बिजनेस ठहर सा गया था, लेकिन उन्होंने हार नहीं मानी. कस्टमाइज्ड पर्सनलाइज्ड मास्क का नया कॉन्सेप्ट लेकर आए. प्रेस्टो पर्सनलाइज्ड वंडर्स में इस तरह का काम पहले से होता रहा है. इसलिए रंजन को इस काम में कोई समस्या नहीं आयी. रंजन की माने तो कोरोना संकट के इस दौर में मास्क के पीछे पहचान खो रहे चेहरों को पहचान देकर उनको अच्छा लग रहा है. साथ ही उनका मंदा पड़ा धंधा भी चल निकला है.ग्राहक पूजा ने बताया कि इस मास्क के पहनने से पहचान में कोई दिक्कत नहीं होती. जबकि आम मास्क का इस्तेमाल करने पर हवाई अड्डे में उसको उतारना पड़ता है. इससे संक्रमण का खतरा पैदा हो जाता था. ग्राहक सत्यनारायण अग्रवाल ने बताया कि इस कस्टमाइज्ड पर्सनलाइज्ड मास्क से पहचान की समस्या एकदम खत्म हो गई है.
सोशल मीडिया पर वीडियो देखकर मिली प्रेरणा 

व्यवसायी रंजन गुप्ता ने बताया कि सोशल मीडिया पर कस्टमाइज्ड – पर्सनलाइज्ड मास्क बनाते देखा. केरल में कोई इस तरह का मास्क बन रहा है. यह देखकर आइडिया आया कि इसे मैं भी बना सकता हूं, क्योंकि मैं पहले से टी -शर्ट, कप, फोटो-फ्रेम आदि पर फोटो प्रिंट का काम करता था. मास्क पर भी प्रयास किया और सफलता मिली. कई लोगों को दिखाया. सभी ने इस नये आइडिया की सराहना की और प्रोत्साहित किया.

ऐसा बनता है ये खास मास्क 
रंजन गुप्ता ने बताया कि प्रतिदिन 10 से 20 ऑर्डर आ रहे हैं. कस्टमाइज्ड – पर्सनलाइज्ड मॉस्क बनाने में 15 मिनट का समय लगता है. और इसकी कीमत 75 रुपये रखा गया है. इसे धोया जा सकता है. इसको बनने के लिए संबंधित व्यक्ति का फोटो लेने के बाद कंप्यूटर पर फोटो को सेट किया जाता है. फिर प्रेसिंग मशीन के जरिये फोटो के नाक से नीचे वाले हिस्से को मास्क पर प्रिंट किया जाता है. मास्क को बनाने के लिए विशेष कपड़े का उपयोग किया जाता है.