12 साल की बच्ची ने दी थी ईमेल पर स्कूल को उड़ाने की धमकी
लखनऊ के एक स्कूल को बम से उड़ाने की धमकी देने के मामले में एक चौंकाने वाला खुलासा हुआ है। पुलिस की जांच में सामने आया है कि एक Gaming App पर मिले टास्क के जरिए स्कूल को बम से उड़ाने की धमकी का मेल पुणे की रहने वाली एक 12 साल की बच्ची ने भेजा था।
क्या है Dcart Chatting App?
आपको बता दें कि लखनऊ के सुशांत गोल्फ सिटी के Birla Open Mind Public School को बीती 9 मई को एक धमकी भरा ई-मेल आया था। ये मेल स्कूल की उस मेल आईडी पर आया था जिसे एडमिशन्स के लिये बनाया गया था। इस मेल के जरिये धमकी दी गई थी कि अगर एक हफ्ते के अंदर एक करोड़ रूपए नहीं दिए गए तो जुलाई तक स्कूल में बम से हमला किया जाएगा। यूपी एटीएस और लखनऊ पुलिस साझा रूप से मामले की तफ्तीश कर रही थी। जांच के दौरान पता चला कि धमकी भरे इस ईमेल के लिये Dcart Chatting App का इस्तेमाल किया गया। इससे ज्यादा चौंकाने वाली बात ये थी कि ये मेल किसी सनकी अपराधी या आतंकवादी ने नहीं बल्कि 12 साल की एक बच्ची ने किया था।
धमकी भेजने का Task दिया गया था
दरअसल जिस Dcart Chatting App के जरिये मेल किया गया था ये एक International Gaming App है। पुलिस की जांच में पता लगा कि ये मेल ऐप के ओर से पहले से ड्राफ्ट कर बच्ची को एक Task के तौर पर दिया गया था। इस Task को पूरा करने पर बच्ची को Points मिलने थे। इसके बारे में ज्यादा जानकारी के लिये पुलिस ने बच्ची से पूछताछ भी की। उससे पूछा गया कि उसे ये Task किसने दिया था। हालांकि बच्ची ने बताया कि उसे इसका अंदाजा नहीं है कि इस मेल को ड्राफ्ट करने और इस तरह का टास्क करने के पीछे कौन है। आपको बता दें कि Gaming App के हर मेंबर यानी यूजर का अलग-अलग कोड होता है, जिसके जरिए उन्हें ये Task दिया जाता है।
बच्ची को मिला था P5 कोड
ऐसे में ये पता लगाना मुश्किल है कि कौन किसे Task दे रहा है। इस गेमिंग ऐप पर लड़की का कोड P5 था। बच्ची ने इसी कोड का इस्तेमाल कर 9 मई को everybody.1154@gmail.com नाम की ईमेल आईडी से ये मेल स्कूल की एडमिशन मेल ID पर भेजा था। अब पुलिस ये पता लगाने में जुटी है कि इस App का इस्तेमाल कौन-कौन लोग कर रहे हैं? 13 May को लखनऊ के एलपीएस, सेंट मैरी समेत कई स्कूलों को बम से उड़ाने की धमकी दी गई थी। पुलिस अब ये तहकीकात कर रही है कि कहीं सैंट मैरी स्कूल केस का कनेक्शन भी इसी मामले से तो नहीं है। पुलिस गेमिंग App की बारीकियों को भी समझ रही है ताकि इस तरह के दूसरे मामलों में गेमिंग ऐप के होने का पता लगाया जा सके।