वन मंडल अधिकारी सिंगरौली में पदस्थ बाबू ने पत्नी सहित दी जान
सिंगरौली। कार्यालय वन मंडल अधिकारी सिंगरौली में पदस्थ एक बाबू (लिपिक) में शुक्रवार की सुबह सरकारी आवास में पत्नी के साथ फांसी लगाकर जान दे दी। पिछले महीने विभागीय कार्यवाही में लिपिक को सेवा से पृथक कर दिया गया था। सेवा से पृथक होने बाद से ही वनकर्मी मुख्यालय छोड़ अपने गांव चला गया था। यह जानकारी सामने आई है कि शुक्रवार की सुबह ही पत्नी के साथ बैढ़न आया था।हाल ही में दफ्तर में शराब पीने का वीडियो इंटरनेट मीडिया पर वायरल हुआ था। जिसके बाद लोगों के बीच संबंधित बाबू की करतूत लोगों के बीच चर्चा का हिस्सा बन गई थी। इधर वन मंडल अधिकारी ने वायरल वीडियो पर संज्ञान लेते हुए पहले तो बाबू हटा दिया। इसके बाद एक कमेटी का गठन कराकर मामले की जांच कराई।जांच रिपोर्ट के आधार पर उसे सेवा से पृथक कर दिया गया। डीएफओ ने सरकारी दफ्तरों में कार्यरत महिला कर्मचारियों की लैंगिक अपराधों से बचाव के लिए बने अधिनियम 2013 के तहत गठित आंतरिक परिवाद कमेटी से पूरे मामले की जांच कराने के बाद यह कार्रवाई की।
वन मंडल कार्यालय सिंगरौली में पदस्थ महिलाकर्मी को लिपिक शिवराज सिंह आए दिन अश्लील गाली दिया करता था। वह आफिस में ही बैठकर शराब भी पीता था। महिलाकर्मी ने डीएफओ को दिए शिकायत पत्र में आरोप लगाया कि बाबू धारदार हथियार भी साथ में रखता है।बताया जाता है कि महिला कर्मी ने संबंधित बाबू को एक दिन आफिस में गाली देने से मना किया तो शराबी बाबू और उससे उलझ पड़ा और तेज स्वर में उसे गाली देते हुए उसे और उसके परिवार को खत्म करने की धमकी देने लगा।
बाबू के पास एक लाइसेंसी रिवाल्वर भी थी
शिकायत के अनुसार बाबू के पास एक लाइसेंसी रिवाल्वर भी थी, जिससे वह धमकी देता था। वह शिकायतकर्ता महिला कर्मचारी को रात में भी काल करता और धमकाता था, जिससे उसके स्वजन डरे-सहमे थे। पीड़ित महिला कर्मचारी ने अपने जान-माल की सुरक्षा के लिए के पुलिस अधीक्षक को भी आवेदन पत्र दिया।
महिला कर्मचारी ने शराबी बाबू का वीडियो एवं आडियो भी पुलिस को दिया। पुलिस ने अब तक एफआइआर दर्ज नहीं की है। इतना कुछ होने के बाद डीएफओ कार्यालय की ओर से शिवराज सिंह के कृत्य को घोर कदाचरण की श्रेणी में मानते हुए उसकी सेवा समाप्त कर दी गईं।
मैं भोपाल में हूं फोन से ही जानकारी मिली है कि शिवराज सिंह ने पत्नी समेत फांसी लगा ली है। फारेस्ट फोर्स और पुलिस मौके पर जांच कर हैं। अखिल बंसल, डीएफओ, सिंगरौली