मनाया गया हज़रत अली की विलादत पर जस्न
मानी कलां/जौनपुर
थाना खेतासराय क्षेत्र मानी कलां गांव में ईमाम हज़रत अली की विलादात पर खूब जमकर जस्न मनाया गया। समाज सेवी सुल्तान अहमद ने हम सब मुसलमान भाइयों को बताते हुए कि 13 रज़ब की शब को इमाम हज़रत अली मक्का मदीना काबे में पैदा हुए थे। यह शिया समुदाय के पहले ईमाम और सुन्नी समुदाय के चौथे खलीफा हैं। इनका मर्तबा सबसे ऊंचा और आज इनका जन्म दिन है। इस जन्म दिवस पर शिया समुदाय के लोग इकट्ठा होकर उनकी याद महफिल का प्रोग्राम जबरदस्त किया। इस महफ़िल में बहुत दूर दूर से शेरवो शायर बहुत आए। कोई नात से, कोई ग़ज़ल से, कोई मनकतब से, कोई कसीदे से, तो कोई शायरी से मौला अली की शान में अलग अलग तरज में प्रस्तुत किए। शायर एक से एक थे जो उनकी शान में पढ़कर आए हुए सभी लोगों का दिल खुश कर दिए सभी के चेहरों पर खुशियां भर दिए। इस खुशी के मौके पर सभी शायर को एक एक साल भी ठंड से बचने के लिए बाटी गई। यह महफ़िल का प्रोग्राम रात आठ बजे से शुरू हुआ और भोर में चार बजे एक दूसरे के गले खुशी से मिलकर खत्म हुआ। यह जन्म दिवस हर साल इमामबारगाह में मनाया जाता है। इस शुभ अवसर पर ज़ैगम अब्बास, कौसर हुसैन रिज़वान अहमद, जौहर अब्बास, मुनौवर अली, परवेज़ आलम, मोहम्मद साकिब, जिशान अहमद, गौहर हुसैन, एकलाख अहमद, मोहम्मद बिल्ला, रफीक अहमद, हाफिज शाहिद आदि अत्याधिक उपस्थित लोग रहे।