बढ़िया विचार ही इंसान को उत्तम बनाता है
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*विचार ही व्यक्ति को जोड़ता है और विचार ही व्यक्ति को तोड़ता है*
*विचार शक्ति अदभुत है, जो आंदोलन बनकर हवाओं का रुख मोड़ता है*
*विचार अगर एक हो तो सहमति बन जाती है*
*भिन्न भिन्न विचाराधारा हो तो अपनों में ही तन जाती हैं*
*शब्दों और भावों की उत्पत्ति भी इसी विचारों से ही होती है*
*आवेश और संकीर्णता जिसमें हो, तो विचारों में भी गड़बड़ होती है*
*साथ के लिए “स्वार्थ” छोड़ दीजिए*
*लेकिन*
*स्वार्थ के लिए “साथ” मत छोड़िए*