Friday, November 22, 2024
आस्थाउत्तर प्रदेशप्रतापगढ़

The procession of Jashne Eid Miladunnavi was carried out with great love, devotion and respect by the officials and workers of Juloos-e-Mohammadi Committee, Anjuman Raza-e-Hussain Charitable Trust and Madrasa Darul Uloom Gulshan-e-Madinah, under the leadership of committee president Abid Raza.

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आमदे मुस्तफा मरहबा मरहबा के नारो से गूंजा शहर

प्रतापगढ़
जुलूस-ए-मोहम्मदी कमेटी अंजुमन रजा-ए-हुसैन चैरीटेबल ट्रस्ट व मदरसा दारूल उलूम गुलशन ए मदीना के पदाधिकारियों एवं कार्यकर्ताओं ने कमेटी अध्यक्ष आबिद रजा के नेतृत्व में जश्ने ईद मिलादुन्नवी का जूलूस अपनी पुरानी शानो शोकत के साथ बड़ी मोहब्बत अकीदत व एहतेराम के साथ निकाला गया।
जुलूस अपने पुराने रास्ते अजीत नगर से राम प्रताप चौराहा औलिया मज्जिद तेलिया तिराहा से विक्रम चौराहा पर मदरसा दारूल उलूम गुलसने मदीना के जुलूस का मिलाप हुआ। जिसकी कयादत हजरत मौलाना मुख्तार अहमद हबीबी व हजरत मौलाना मेराज अहमद हबीबी साहब कर रहे थे। विक्रम चौराहे से जुलूस सीधा सिप्टैन रोड होते हुए जी०जी०आई०सी० स्कूल से चौक से श्रीराम तिराहा, पुराना माल गोदाम व स्टेशन रोड होते हुए सभी जुलूस अपने-अपने स्थान पर पहुँच कर समाप्त किया। जिसमें अंजुमन रजा-ए हुसैन की वींग कमेटी अंजुमन शेरे सुन्नत चिलबिला के जानिब से चाँद तारे पर काबे शरीफ की झॉकी लोगों के बीच आर्कषण का केन्द्र बना रहा। अंजुमन रजा-ए-हुसैन की तरफ से मदीना शरीफ काबा शरीफ व दरगाह आला हजरत से लाया गया झण्डा हर साल की तरह निकाला गया। जिस पर लोगो ने अकीदत के फूल पेश किए। जुलूस पूरा होने के बाद मिलाद शरीफ का आयोजन किया गया। जिसमें कमेटी अध्यक्ष आबिद रजा ने बताया कि ईद मिलाद-उन-नबी पैगंबर मोहम्मद साहब के जन्मदिवस की याद में मनाया जाता है। यह उत्सव मोहम्मद साहब के जीवन और उनकी शिक्षाओं की भी याद दिलाता है। रबीउल अव्वल महीने की 12 तारीख 571 ई0 में अरब के मक्का में पैदा हुए आप बचपन से हि अल्लाह की इबादत में मसरूफ रहते थे। आप पर हि पवित्र आसमानी पुस्तक कुरान उतारी गयी। आप ने अपनी जिन्दगी में बुराई और गुमराही से लोगो का बचाते रहे। पैगंबर हजरत मोहम्मद साहब अल्लाह के द्वारा भेजे गये इस्लाम के आखरी पैगम्बर हैं। जूलूस-ए-मोहम्मदी में 50 अंजुमन व झॉकियों निकाली गयी जगह-जगह स्टेज लगाकर सभी अंजुमन को सम्मानित किया गया एवं जगह-जगह लंगर सबील का भी वितरण किया गया। जुलूस में जिला प्रशासन की तरफ से सुरक्षा व्यवस्था की गयी। इस जुलूस में
मौलाना मेराज साहब, मौलाना मुख्तार साहब जुलूस में मौलाना मुफती सलीम साहब, अनवर रजा साहब, हसमती, मौलाना नसीर अहमद, हजरत बाबा मुनौव्वर हुसैन हसमती, बाबा सफीक अजमेरी, बाबा रसीद अहमद, मो० युसुफ सन्ने, इजहार हुसैन अंजुमन शेरे सुन्नत के सरवर राईम, आजाद सिद्दीकी इरसाद पठान, मुख्तार राईन, शकलैन रजा, कोनैन रजा, अरसलान सिद्दीकी, सायान रजा, मो० अकरम, सफीक अंसारी, मो० अकबर, ओम प्रकाश साहूराजेश जायसवाल, गप्पू सिंह, मो० कमाल इत्यादि लोग मौजूद रहे। जुलूस-ए-मोहम्मदी का संचालन अंजुमन रजा-ए-हुसैन के जनरल सेक्रेटरी गुलाम रजा हसमती ने किया।