महोदय द्वारा पौधों के प्रति बच्चों एवं आम नागरिकों को जागरूक करने का आह्वाहन किया गया
वन महोत्सव के तहत बुधवार को तिलकधारी स्नातकोत्तर महाविद्यालय, जौनपुर ग्राउण्ड से पौधों की बारात निकाली गई जिलाधिकारी श्री अनुज कुमार झा एवं प्रभागीय निदेशक, सामाजिक वानिकी प्रभाग श्री प्रवीन खरे, एवं एन0सी0सी0 अधिकारी कर्नल निकेत सिंह नेगी, व लेफ्टिनेन्ट कर्नल मंजीत तथा उप प्रभागीय वनाधिकारी डा0 उमेश तिवारी व उप प्रभागीय वनाधिकारी, शाहगंज मो0 सरफराज अहमद द्वारा संयुक्त रूप से पौधो की बारात को रवाना किया गया।
इस अवसर पर जिलाधिकारी । उन्होंने कहा कि पौधरोपण अभियान मे बढ़ चढ़कर हिस्सा लें एवं पौधो को सिर्फ लगाना ही नहीं उनकी देख-रेख भी किया जाना अतिआवश्यक है। उन्होंने बच्चो एवं आम नागरिकों से अपील की कि ज्यादा से ज्यादा पौधे लगायें एवं उनको सुरक्षित रखने की भी जिम्मेदारी लेंं। उन्होंने कहा कि बरसात का मौसम पौधरोपण के लिए सबसे अच्छा समय है, इस समय पौधो की अच्छी तरह देख-रेख कर सकते है। पेड़ हमारे लिये कई तरीके से उपयोगी है।
जिलाधिकारी ने कहा कि ऐसे स्थानो पर पौधे लगाये जाये, जहां पर वे सुरक्षित रहें। असुरक्षित स्थानों पर ट्री गार्ड का प्रयोग किया जा रहा है। रैली में एन0सी0सी0 कैडेटो द्वारा प्रतिभाग किया गया।
प्रभागीय निदेशक, सामाजिक वानिकी प्रभाग श्री प्रवीन खरे द्वारा बताया गया कि पर्यावरण को शुद्ध एवं संतुलित रखने के लिये चौतरफा प्रत्येक व्यक्ति द्वारा वृक्षारोपण का प्रयास किया जाना चाहिये और किया भी जा रहा है। वृक्षारोपण का कार्य अत्यन्त महत्वपूर्ण एवं प्रमुख कार्यक्रम है। भारतवर्ष में राष्ट्रीय वन नीति एवं राज्य वन नीति के अनुसार 33 प्रतिशत भूमि पर वृक्ष आच्छादित होना चाहिये, जबकि भारत में सम्पूर्ण वन क्षेत्र 22 प्रतिशत है। इसमें उत्तर प्रदेश में वृक्ष आच्छादन 8 से 9 प्रतिशत ही है, जो राष्ट्रीय वन नीति के अनुसार बहुत ही कम है। वन विभाग द्वारा सड़क, नहर व रेलवे लाईन के किनारे एवं ग्राम समाज के क्षेत्रो एवं अन्य सामुदायिक क्षेत्रो में वृक्षारोपण कर हरियाली बढ़ाने का कार्य किया जाता है। प्रत्येक वर्ष वृक्षारोपण कार्य सरकारी तौर पर चलाये जाते है ताकि अपनी भलाई के लिये वृक्षारोपण के महत्व को लोग समझे और वृक्षारोपण कार्यक्रम में अपना योगदान दे।
वृक्षारोपण के महत्व को जनता तक पंहुचाने के लिये तथा इसे एक जन आन्दोलन का रूप देने के लिये विश्व पर्यावरण दिवस, वन महोत्सव, ओजोन दिवस, जैव विविधता दिवस, जल दिवस इत्यादि दिवसो का आयोजन पहले से ही हो रहा है। इन दिवसों पर वृक्षारोपण के महत्व के प्रचार-प्रसार के लिये विभिन्न कार्यक्रमों जैसे पदयात्राएं, नुक्कड़ नाटक, प्रतियोगिताये, वाद-विवाद प्रतियोगिता एवं जागरूकता रैलियां आयोजित की जाती है, तथा वृक्षारोपण कार्य भी किये जाते है।
इस अवसर पर जिलाधिकारी, प्रभागीय निदेशक, एन0सी0सी0 अधिकारी, उप प्रभागीय वनाधिकारी व क्षेत्रीय वनाधिकारी सहित सम्बन्धित अधिकारी कर्मचारी मौजूद रहे।