Thursday, September 19, 2024
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*कलकत्ता हाईकोर्ट ने सीबीआई को सौंपी आरजी कर मेडिकल कॉलेज एंड हॉस्पिटल में ट्रेनी डॉक्टर से रेप-मर्डर केस की जांच* …..

*राज्य सरकार कल सुबह 10 बजे तक सीबीआई को केस डायरी और दूसरे रिकॉर्ड करेगी ट्रांसफर* …….

*चीफ जस्टिस टी एस शिवगणनम की अध्यक्षता वाली डिवीजन बेंच ने सीबीआई को मामले की जांच सौंपते हुए केवी राजेंद्रन मामले में सुप्रीम कोर्ट के फैसले का दिया हवाला*…..
*कोर्ट ने कहा कि सुप्रीम कोर्ट ने माना है कि दुर्लभ मामलों में निष्पक्ष और सही जांच के लिए जरूरी है यह*…..

*हाईकोर्ट ने कहा कि हमने पुलिस को जांच के लिए दिया होता समय लेकिन मामला अजीब है…..घटना के 5 दिनों के बाद भी पुलिस नहीं पहुंची है किसी निष्कर्ष तक*…….

*कोर्ट ने कहा इस बात की पूरी संभावना है कि सबूत मिटा दिए जाएंगे इसलिए हमें लगता है कि मामला तुरंत सीबीआई को किया जाना चाहिए ट्रांसफर*……

*हाईकोर्ट ने घटना के बाद मेडिकल कॉलेज के तत्कालीन प्रिंसिपल डॉ संदीप कुमार घोष के इस्तीफे और दूसरे कॉलेज में उनकी नियुक्ति पर भी उठाए सवाल ……. कोर्ट ने कहा कि यह जानकर दुख होता है कि घटना को लेकर अस्पताल प्रशासन और तत्कालीन प्रिंसिपल संदीप कुमार घोष नहीं थे सक्रिय* ……

*कोर्ट ने कहा प्रिंसिपल ने अपना इस्तीफा दे दिया, लेकिन यह स्पष्ट नहीं है कि उनके इस्तीफे पर क्या आदेश किए गए थे जारी …..बल्कि इस्तीफे के 12 घंटे के भीतर 12 अगस्त को उन्हें एनएमसी, कोलकाता का बना दिया गया प्रिंसिपल*….. *यह समझना मुश्किल है कि उन्होंने इस्तीफा क्यों दिया और दूसरे मेडिकल कॉलेज का प्रिंसिपल बनाने की क्या थी जल्दी* …….

*हाईकोर्ट ने डॉ संदीप कुमार घोष को छुट्टी पर जाने का दिया आदेश ……कोर्ट ने बंगाल सरकार से कहा कि उनको लंबी छुट्टी पर भेजिए……ऐसा नहीं हुआ तो हमें पास करना होगा ऑर्डर …..उन्हें कहीं काम करने की नहीं है जरूरत ….. उनको कहिए घर पर रहें*….

*कोर्ट ने सरकार से यह भी पूछा कि पुलिस ने डॉ संदीप घोष से अब तक क्यों नहीं की है पूछताछ…… हाईकोर्ट ने कहा कि जांच में कुछ मिसिंग है…..जब डॉ. संदीप घोष ने नैतिक जिम्मेदारी लेते हुए पद से इस्तीफा दिया था, तो उन्हें इस्तीफे के तुरंत बाद दूसरे मेडिकल कॉलेज में कैसे किया जा सकता है नियुक्त ? उनसे सबसे पहले होनी चाहिए थी पूछताछ जबकि ऐसा नहीं हुआ* …..

*गौरतलब है कि डॉ संदीप घोष ने सोमवार ( 12 अगस्त ) को यह कहते हुए इस्तीफा दिया था कि ट्रेनी डॉक्टर मेरी बेटी की तरह थी….एक पेरेंट के रूप में, मैं दे रहा हूं इस्तीफा ……हालांकि, 12 घंटे के भीतर राज्य सरकार ने उन्हें कलकत्ता मेडिकल कॉलेज और अस्पताल का प्रिंसिपल कर दिया नियुक्त इसको लेकर काफी नाराज हैं डॉक्टर्स*……