बदन सिंह बद्दो ने संजीव जीवा की हत्या के लिये दिया था 50 लाख की सुपारी , पुलिस ने दायर की चार्जशीट
7 जून को लखनऊ में अदालती कार्यवाही के दौरान पुलिस ने संजीव माहेश्वरी उर्फ जीवा हत्याकांड में आरोप पत्र दाखिल (charge sheet) कर दिया है 7 जून को लखनऊ में अदालती कार्यवाही के दौरान पुलिस ने संजीव माहेश्वरी उर्फ जीवा हत्याकांड में आरोप पत्र दाखिल (charge sheet) कर दिया है. चार्जशीट के मुताबिक, जीवा की हत्या कुख्यात गैंगस्टर बदन सिंह बद्दो ने कराई थी, जिसने जीवा के सिर पर 5 लाख रुपये का इनाम रखा था. हत्याकांड को अंजाम देने के लिए शूटर विजय यादव को 50 लाख रुपये का इनाम दिया गया था. आरोप पत्र में इस बात का भी जिक्र है
कि शूटर विजय यादव और बदन सिंह बद्दो के बीच नेपाल में मुलाकात हुई थी.
रंगदारी को लेकर लंबे समय से चली आ रही दुश्मनी
बदन सिंह बद्दो और संजीव जीवा के बीच पश्चिमी उत्तर प्रदेश और उत्तराखंड में रंगदारी को लेकर बैर चल रहा था. पुलिस ने संजीव महेश्वरी जीवा पर नेपाल के साथी असलम और लखनऊ के एक अन्य मददगार के साथ मिलकर हत्या की साजिश रचने का आरोप लगाया है. बदन सिंह बद्दो द्वारा हत्या किए जाने के डर से संजीव जीवा माहेश्वरी ने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए मुजफ्फरनगर कोर्ट में पेश होने की मांग की थी.
7 जून को लखनऊ कोर्ट रूम के अंदर हत्या
7 जून, 2023 को उत्तर प्रदेश के लखनऊ में एक अदालत कक्ष के अंदर माफिया के पूर्व करीबी सहयोगी संजीव माहेश्वरी जीवा की बेरहमी से हत्या कर दी गई। वह एक मामले में प्रतिवादी के रूप में आरोपों का सामना कर रहे थे और लखनऊ पुलिस स्थिति पर बारीकी से नजर रख रही थी। इस वीभत्स घटना की तस्वीरें भी सामने आई थीं. हमलावर हथियारों के साथ अदालत कक्ष में दाखिल हुआ, बाहर गोली चलाई, अदालत कक्ष के अंदर भाग गया और गेट पर फिर से गोलीबारी की, अंततः संजीव जीवा पर कुल छह गोलियां चलाईं।
कोर्ट में पेशी के दिन नहीं पहनी थी बुलेटप्रूफ जैकेट
संजीव जीवा को लंबे समय से अपनी जान को खतरे का संदेह था, यही वजह है कि वह आमतौर पर सभी मौकों पर बुलेटप्रूफ जैकेट पहनते थे। हालांकि, 7 जून को लखनऊ कोर्ट में पेशी के दिन उन्होंने बुलेटप्रूफ जैकेट नहीं पहनी थी. पुलिस ने आरोप पत्र में इसका जिक्र भी किया है. पुलिस प्रेस विज्ञप्ति के अनुसार, जीवा को उनकी सुरक्षा के लिए बुलेटप्रूफ जैकेट प्रदान की गई थी, लेकिन उन्होंने गर्म मौसम के कारण असुविधा का हवाला देते हुए इसे नहीं पहनने का फैसला किया.