3 हजार करोड़ के बाइक बोट घोटाले में EOW की 5 जिलों में छापेमारी, 178 बाइक बरामद
लखनऊ. नोएडा और प्रदेश के अलग-अलग जिलों से जुड़े बाइक बोट घोटाले (Bike boat scam) में आज पुलिस टीम ने ताबड़तोड़ छापेमारी कर के भारी संख्या में बाइक बरामद की हैं. बता दें कि मेरठ जोन (Meerut Zone) की ईओडब्लू टीम (EOW Team) ने छापेमारी के लिए पांच टीमें बनाई थींं जिसके बाद मेरठ, हापुड़, गाजियाबाद, मुजफ्फरनगर, बागपत जनपद में छापेमारी की गई.
ये है मामला
गौरतलब है कि साल 2019 में नोएडा और प्रदेश के अलग-अलग जिलों में बाइक बोट घोटाले को लेकर 56 एफआईआर (FIR) दर्ज हुई थींं. शासन के आदेश पर 14 फरवरी 2020 को इन सभी मामलों की जांच इकोनॉमिक ऑफिस विंग (Economic Office Wing) को सौंप दी गई थी. घोटाले में अब तक जो सामने आया है उसके मुताबिक संजय भाटी की कंपनी गर्वित इनोवेटिव प्रमोटर्स लिमिटेड की ओर से एक स्कीम लॉन्च की गई जिसमें 62,200 रुपये जमा करने पर बाइक देने और उस बाइक को टैक्सी के रूप में चलाने पर उसके एवज में हर महीने 9765 रुपये देने का प्रलोभन दिया गया था और यह डील एक साल तक चलने का झांसा दिया गया था. जिसके बाद लाखों लोग और फ्रेंचाइजी इस स्कीम से जुड़ गए और संजय भाटी की कंपनी ने बाजार से करीब 3000 करोड़ रुपए वसूले. शुरुआत में कुछ लोगों को महीने के हिसाब से रकम लौटाई भी गई लेकिन कुछ महीने बाद ही कंपनी ने रकम देना बंद कर दिया और यह सारी रकम अलग-अलग जिलों में रियल स्टेट के प्रोजेक्ट में लगा दी गई जिसके बाद से ही मामले के मुख्य आरोपी संजय भाटी समेत 19 लोग जेल में बंद हैं.
डीजी ईओडब्ल्यू (DG EOW) आरपी सिंह ने बताया कि बाइक बोट घोटाले में आज मेरठ जोन की ईओडब्लू टीम ने छापेमारी के लिए 5 टीमें बनाई थी जिसके बाद मेरठ, हापुड़, गाजियाबाद, मुजफ्फरनगर, बागपत में छापेमारी की गई. जिसमें मुजफ्फरनगर के शिल्पी राज के गोदाम से बिल्कुल नई 50 बाइक, गाजियाबाद के मुरादनगर में इरफान की निशानदेही पर ईदगाह के पास एक इंटर कॉलेज से बिल्कुल नई 25 बाइक, गाजियाबाद के कुलदीप त्यागी की निशानदेही पर बिल्कुल नई 47 बाइक, हापुड़ की राजेश रानी की निशानदेही पर घर के पास बने एक किराए के गोदाम से 22 बाइक, मेरठ के विकास लांबा जो कंपनी के फ्रेंचाइजी हैं उनकी निशानदेही पर 21 बाइक और बागपत के कपिल कुमार की निशानदेही पर 13 बाइक बरामद हुई हैं.