All the rules and regulations of the government are ignored for Anganwadi workers, business is being run under cover
आंगनवाड़ी कार्यकत्री के लिए सरकार के नियम कानून सब ठेंगे पर, आड़ में चलाया जा रहा बिजनेस
जौनपुर,रामपुर/कोचारी
बता दे आपको आंगनबाड़ी भारत में ग्रामीण बाल देखभाल केंद्र का एक प्रकार है इसे भारत सरकार ने बाल भूख और कुपोषण से निपटने के लिए एकीकृत बाल विकास सेवा कार्यक्रम के हिस्से के रूप में शुरू किया है,
लेकिन आंगनबाड़ी कार्यकत्री इसे बिजनेस का रूप देने लगी है
सबसे पहले आपको आंगनवाड़ी कार्यकत्री की विशिष्ट भूमिका बता दे?
1. उस गाँव की होती है तथा वह गाँव के स्वास्थ्य संबंधी मुद्दों और उसकी आवश्यकताओं से पूरी तरह से अवगत होती है
2. आंगनवाड़ी कार्यकत्री द्वारा गृह सम्पर्क के दौरान तथा आंगनवाड़ी केन्द्रों पर महिलाओं को बच्चों के लालन पालन, स्वास्थ्य, सफाई एवं सामान्य बीमारियों के सम्बन्ध में शिक्षित किया जाता है।.
3. बच्चों, गर्भवती स्त्रियों तथा शिशुओं की देखरेख करने वाली माताओं के लिए अनुपूरक पोषणयुक्त आहार की व्यवस्था करना।
4. स्वास्थय एवं पोषण शिक्षा प्रदान करना तथा शिशुओं को अपना दूध पिलाने/शिशुओं एवं आहार संबंधी प्रक्रियाओं पर माताओं को परामर्श देना।
5. सार्वजनिक स्वास्थ्य केंद्र (पीएचसी) के कर्मचारियों को टीकाकरण और स्वास्थय जाँच तथा साथ ही प्रसवपूर्व और प्रसवोत्तर जाँच में सहायता करना।
6. आदि
बता दे आपको जौनपुर जिले के ब्लाक रामपुर अंतर्गत ग्राम कोचारी का मामला प्रकाश में आया है जहां पर आंगनबाड़ी कार्यकर्ती की लापरवाही सामने आई है जहां पर गर्भवती महिलाओं के लिए और नवजात शिशुओं के लिए मिलने वाले पुष्टाहार का पूरी तरह से बंदर बाट कर लिया जाता है बता दे आपको ग्राम सभा कोचारी में आंगनबाड़ी कार्यकर्ती कभी गांव में जनसंपर्क नहीं रखती जिससे लाभार्थी गर्भवती महिलाओं को उनका हक अधिकार नहीं मिल पाता है बता दे आपको सबसे बड़ी बात यह है कि गर्भवती महिलाओं को अपने आंगनवाड़ी कार्यकत्री के बारे में नहीं पता कि उनकी आंगनवाड़ी कार्यकत्री कौन है और आंगनबाड़ी हमारा कहां है जाहिर सी बात है, पता भी कैसे चले जब आंगनबाड़ी कार्यकर्ती अपना – अपना बिजनेस चलाने में व्यस्त हैं जिसके कारण गर्भवती महिलाओं से संपर्क करना और अपने कर्तव्यों को ही भूल गई है, सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार गर्भवती महिलाओं व नवजात शिशुओं को मिलने वाले पौष्टिक आहार को चंद्र पैसों के लिए बेच दिया जाता है बता दे आपको आंगनबाड़ी केंद्र अस्थल पर साफ सफाई का भी ध्यान नहीं रखा जाता है और नहीं समय से आंगनवाड़ी केन्द्र खुलता है, जबकि आंगनवाड़ी केंद्र बाल विकास और वृद्धि में सहायता प्रदान करने के लिए अत्यंत महत्वपूर्ण हैं।आंगनबाड़ी कार्यकर्ती अपने कर्तव्यों को भूलते हुए घर के कामकाज में लिप्त हैं तथा रिश्तेदारों के यहां आने-जाने में व्यस्त हैं तो आंगनबाड़ी की साफ सफाई कौन करेगा और गर्भवती महिलाओं का कौन देखरेख करेगा,जबकि आंगनबाड़ी कार्यकर्ती का महत्वपूर्ण भूमिका होती है , बता दे आपको आंगनबाड़ी कार्यकत्री की सुपरवाइजर अनीता का कहना है कि सरकार द्वारा गर्भवती महिलाओं के लिए पुष्टाहार और अन्य सुविधाएं समय- समय पर आवश्यकता के अनुसार कम दिया जाता है, माने तो इसमें सरकार की गलती है मिली जानकारी के अनुसार आंगनबाड़ी कार्यकत्री मीना गौतम, रचना सिंह, शशिकला सिंह है जो की सरकार को ठेंगा दिखाते नजर आ रही है कोचारी के ग्राम वासियों का कहना है इन आंगनबाड़ी कार्यकत्रीयों का सुरू से गहनता पूर्वक जांच किया जाय दोषी पाने पर उचित कार्यवाही किया जाय!