चुनाव से पहले अरुण गोयल ने दिया इस्तीफा
एएनआई, नई दिल्ली। लोकसभा चुनाव से पहले चुनाव आयुक्त अरुण गोयल ने इस्तीफा दे दिया है। जिसे राष्ट्रपति ने स्वीकार कर लिया है। गोयल का कार्यकाल 2027 तक था। अरुण गोयल के जाने के बाद अब चुनावी निकाय के एकमात्र सदस्य के रूप में सिर्फ मुख्य चुनाव आयुक्त राजीव कुमार रह जाएंगे।अरुण गोयल का इस्तीफा ऐसे समय में आया है। जब फरवरी में चुनाव आयुक्त अनूप चंद्र पांडे की सेवानिवृत्ति के बाद तीन सदस्यीय आयोग में पहले से ही दो सदस्य रह गए थे।
अरुण गोयल के अचानक इस्तीफे ने सवाल खड़े कर दिए हैं। इसके समय और अंतर्निहित कारणों को लेकर अटकलें तेज हो गई हैं, क्योंकि उनके कार्यकाल में तीन वर्ष बाकी थे। इलेक्शन कमीशन में अपनी भूमिका से हटने का अरुण का निर्णय एक महत्वपूर्ण मोड़ पर आया है। जब देश लोकसभा चुनाव की तैयारी कर रहा है।
विवादों में रही थी नियुक्ति
पूर्व आईएएस अधिकारी अरुण गोयल ने 21 नवंबर 2022 को चुनाव आयुक्त के रूप में पदभार ग्रहण किया। उनकी नियुक्ति पर विवाद खड़ा हो गया था, क्योंकि वह केंद्रीय भारी उद्योग सचिव थे। उन्होंने 18 नवंबर 2022 को भारतीय प्रशासनिका सेवाओं से स्वैच्छिक सेवानिवृत्ति का विकल्प चुना था। बाद में गोयल आयोग में नियुक्त किया गया।
7 दिसंबर 1962 को पटियाला में जन्मे अरुण गोयल ने एम.एससी की डिग्री प्राप्त की। पंजाब यूनिवर्सिटी में प्रथम स्थान प्राप्त करने के लिए चांसलर मेडल ऑफ एक्सीलेंस से सम्मानित किया गया। उनके पास कैम्ब्रिज विश्वविद्यालय के चर्चिल कॉलेज से विकास अर्थशास्त्र में स्नातकोत्तर की डिग्री है। उन्होंने जॉन एफ कैनेडी स्कूल ऑफ गवर्नमेंट, हार्वर्ड यूनिवर्सिटी से प्रशिक्षण प्राप्त किया है। 1985 बैच, पंजाब कैडर के भारतीय प्रशासनिक सेवा अधिकारी के रूप में कार्य करने वाले अरुण गोयल ने 37 वर्षों से अधिक सेवा की।