In Siddarth Intermediate College, sisters tied Rakhi on the wrists of their brothers, students tied Rakhi to each other and gave sweets
सिद्दार्थ इंटरमीडिएट कॉलेज में बहनों ने भाइयों की कलाई में बांधी राखी,छात्र-छात्राओं ने एक दूसरे को राखियां बांधकर मुंह मीठा कराया
प्रतापगढ़
जनपद के पूर्वी सहोदरपुर में स्थित सिद्दार्थ इंटरमीडिएट कॉलेज में रक्षाबंधन हर्षोल्लास के साथ मनाया गया। शनिवार को विद्यालय के छात्र-छात्राओं ने एक दूसरे को राखियां बांधकर मुंह मीठा कराया।त्योहार मनाने से पहले शिक्षिकाओं ने बच्चों को भाई-बहन के पर्व के बारे में जानकारी दी। स्कूल के निदेशक ऋचा सिंह ने बताया कि हम सब सिद्दार्थ इंटरमीडिएट कॉलेज परिवार के सदस्य हैं। कोई भी समस्या आने पर पूरा परिवार उसका सामना मिलकर करता है। हम सबको भी परस्पर सहयोग की भावना रखना चाहिए। यही इस पर्व का मूलमंत्र है। विद्यालय के प्रिंसिपल मनोज सिंह ने बताया कि यह त्योहार केवल महंगी राखियों और उपहारों तक ही सीमित नहीं हैं,त्याग और सहयोग का संकल्प लेने का महापर्व है।
एक दूसरे के प्रति अच्छी भावना का विकास हो :
कॉलेज की निदेशक ऋचा सिंह ने बताया कि वैसे तो सभी उत्सव और त्योहार विद्यालय में मनाते हैं, लेकिन इस बार विशेष रूप से रक्षाबंधन को विद्यालय में सेलिब्रेट किया गया है. छात्राओं ने छात्रों को राखी बांधी ताकि एक दूसरे के प्रति अच्छी भावना का विकास हो रहा है. आजकल जिस तरह का माहौल देख रहे हैं, उसमें बच्चियों की सुरक्षा बहुत बड़ी जिम्मेदारी है, लेकिन जब बच्चे एक दूसरे की रक्षा के लिए अग्रसर रहेंगे तो इससे समाज भी सुधरेगा।
महिलाओं के प्रति आदर-सम्मान की भावना जागृत हो :
व्याख्याता मनोज सिंह ने बताया कि आज के दौर में इस पर्व की उचित प्रासंगिकता है. समाज में जिस तरह की अनैतिक घटनाएं होती हैं, उसका गलत असर यूथ पर पड़ता है. ऐसे में शिक्षा विभाग ने स्कूलों में छात्रों के बीच रक्षाबंधन मनाने की जो पहल की है, ये उचित और प्रासंगिक है. पश्चिम बंगाल में जो घटना घटित हुई, इस तरह की घटनाओं को रोकने के लिए स्कूल लेवल पर ही छात्रों को महिलाओं के प्रति आदर-सम्मान की भावना जागृत होगी, तो इस तरह की घटनाएं कम होने की संभावना बढ़ेगी।
छात्र-छात्राएं में भी दिखा उत्साह
छात्र-छात्राओं ने स्कूल में रक्षाबंधन को लेकर बताई सीख को जीवन में आत्मसात करने की बात कही. कि उन्हें स्कूल में रक्षाबंधन से जुड़ी भगवान कृष्ण और द्रौपदी की कहानी के माध्यम से इस पर्व का महत्व समझाया गया. साथ ही बताया गया कि श्रावण महीने की पूर्णिमा पर ये पर्व मनाया जाता है. ये पर्व सिर्फ बहन-भाई के अटूट रिश्ते का प्रतीक नहीं, बल्कि गुरु शिष्य और पर्यावरण के साथ भी रिश्ते का भी पर्व है.इस दौरान न सिर्फ छात्राओं ने छात्रों को रक्षा सूत्र बांधा बल्कि गुरु शिष्य परंपरा का निर्वहन करते हुए छात्रों ने अपने शिक्षकों को भी रक्षा सूत्र बांधा. पर्यावरण संरक्षण और कैंपस के प्रति अपनत्व की भावनाओं को ध्यान में रखते हुए छात्रों ने पेड़-पौधे और अपने कैंपस को भी रक्षा सूत्र बांधकर उनके प्रति अपनत्व का भाव प्रकट किया इस मौके पर ऋचा सिंह,मनोज सिंह,शीतल सिंह,रितु, रेखा, बबिता अन्य शिक्षक – शिक्षिकाएं मौजूद रहे।
REPORT – SALMAN KHAN