भाभी का गला काटकर हत्यारा पहुंचा थाने
उत्तर प्रदेश के मुरादाबाद से एक दिल दहलाने वाली वारदात सामने आई। यहां एक देवर ने अपनी भाभी को मौत के घाट उतार दिया उसके बाद आरोपी खुद ही थाने पहुंच गया। और थाने में जाकर ड्यूटी पर मौजूद जब पुलिसवाले के सामने अपना जुर्म कुबूला तो पुलिसवाला कुर्सी से ही खड़ा हो गया। क्योंकि आरोपी ने हत्या की जो वजह बताई वो इससे भी ज़्यादा चौंकाने वाली थी।
4 बच्चो के साथ पति के दोस्त से शादी करना पड़ा महंगा
असल में मृतक महिला ने 3 महीने पहले ही अपने पहले पति को छोड़कर उसके दोस्त से शादी कर ली थी। आरोपी ने पुलिस को बताया कि उसके पहले पति से चार बच्चे हैं। शादी के बाद महिला उन बच्चों को भी अपने दूसरे पति के यहां ले गई थी। साथ लाए बच्चों की वजह से ससुराल में आए दिन झगड़ा होता था। और इसी बात से उसका देवर महिला से चिढ़ने लगा था, और जब बात उसकी बर्दाश्त के बाहर हो गई तो चाकू से गोद गोदकर महिला की हत्या कर दी।
इस इत्तेला मिलने के बाद ही पुलिस मौके पर पहुंची। महिला के शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजा और मौके पर फॉरेंसिक टीम को बुला कर मौका मुआयना किया। पुलिस को वो चाकू भी मिल गया जिसका इस्तेमाल हत्या में किया गया था। पुलिस के मुताबिक घटना जिले के कटघर थाना इलाके के करोल रहमतनगर गली नंबर 1 की है। मरने वाली महिला की पहचान फरीन के तौर पर हुई। फरीन की शादी मंसूर से हुई थी। शादी के बाद मंसूर और फरीन के 4 बच्चे हुए। इस दौरान मंसूर का दोस्त जाकिर अक्सर उसके घर आता जाता रहता था। रोज रोज की मुलाकात से फरीन और जाकिर एक दूसरे के करीब आ गए और दोनों एक दूसरे पर जान छिड़कने लगे। दोनों के बीच दूरियां कम हुई और नजदीकियां बढ़ गई। लिहाजा दोनों ने शादी का मन बना लिया। जब फरीन ने जाकिर को अपने 4 बच्चों का हवाला दिया तो प्यार में गिरफ्तार जाकिर ने बच्चों को साथ रखने का वायदा कर दिया। फिर क्या था फरीन ने मंसूर को छोड़कर तीन महिने पहले जाकिर से शादी कर ली। और अपनी नई ससुराल में जाकर रहने लगी। साथ में वो अपने बच्चों को भी लेती गई।
4 बच्चो के खर्चे ने उतारा आशिकी का भूत
लेकिन तीन महीने के बाद ही दोनों के सिर से आशिकी का भूत उतर गया। क्योंकि शादी के बाद फरीन अपने चारों को बच्चों को जाकिर के घर साथ ले आई थी। उधर जाकिर के घरवालों भी इस शादी से खुश नहीं थे। और आए दिन इसी बात को लेकर घर में कलह रहने लगी। शादी के बाद जाकिर के सिर से जब इश्क का भूत उतरा तो वो भी फरीन के चार बच्चों को छोड़ने की बात करने लगा। इसकी वजह से अब बात हाथापायी तक जा पहुँची थी। घर में फरीन का सास से भी झगड़ा होता रहता था। उसी घर में फरीन का देवर गुलफाम भी था जिसे पहले दिन से ये रिश्ता कबूल नहीं था। घर के झगड़े और रोज रोज की कलह से तंग आकर शनिवार को जाकिर का भाई गुलफाम गुस्से में बौखला गया। उसने चाकू से फरीन पर हमला कर दिया, और तब तक फरीन पर चाकू से वार करता रहा जब तक वो चीख चीखकर बेहोश नहीं हो गई। गुलफाम ने अपनी भाभी की गर्दन रेत दी, चीख-पुकार से मोहल्ले में हड़कंप मच गया। इसी बीच फरीन पर हमला करने वाला गुलफाम मौके से फरार हो गया। तब तक आसपास के लोगों ने मरणासन्न फरीन को इलाज के लिए अस्पताल मे पहुंचाने की कोशिश की लेकिन रास्ते में ही फरीन ने दम तोड़ दिया।
मां की बेइज्जती बर्दाश्त नहीं थी, इसलिए जान से मार दिया
लोग इधर गुलफाम को ढूंढ़ रहे थे, उधर, वारदात को अनजाम देने के बाद गुलफाम सीधा इलाके के थाने जा पहुंचा। थाने में मौजूद ड्यूटी ऑफिसर के पास जाकर जैसे ही उसने अपने भाभी के मर्डर का पूरा किस्सा उन्हें बताया, ड्यूटी ऑफिसर अपनी कुर्सी से खड़ा होकर गुलफाम को देखने लगा। गुलफाम ने कत्ल किए जाने का जुर्म कुबूल करते हुए खुद को पुलिस के सामने सरेंडर कर दिया। पुलिस के सामने गुलफाम की दलील थी कि उसकी भाभी घर में रोज रोज कलह करती थी, लेकिन उसे अपनी मां की बेइज्जती बर्दाश्त नहीं थी, इसलिए मार डाला…।
पुलिस को थोड़ा उलझाया, शिबली का आरोप
लेकिन अब इस सीधी सादी कहानी में एक ट्विस्ट पैदा हो गया। मृतक फरीन की बहन शिबली का आरोप है कि जाकिर उसकी बहन फरीन के बच्चों को राशन के लिए पैसे तक नहीं देता था बल्कि वो रोज रोज उसकी बहन पर बच्चों को छोड़ने के लिए उसके साथ मार पीट तक करता था। इस आरोप ने अब पुलिस को थोड़ा उलझाया तो है। हालांकि एसपी सिटी अखिलेश भदौरिया ने बताया कि महिला की उसके सगे देवर ने चाकू से हत्या की है। शुरूआती जांच में मामला पारिवारिक झगड़े की ही लग रहा है। उन्होंने ये भी बताया कि इस वारदात को अंजाम देने वाले आरोपी गुलफाम को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया गया है। मुकदमा भी दर्ज कर लिया गया । महिला के शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है। लेकिन फिर भी जो आरोप और शिकायतें सामने आई हैं उन्हें भी जांच का हिस्सा बनाया जा रहा है।