सफ़लता की कहानी
*गांव में पैदा हुआ शख्स, अब जेब में अरबों-खरबों की दौलत*
*खरीद ली ईस्ट इंडिया कंपनी में हिस्सेदारी*
लुलु ग्रुप ने देश में सबसे बड़ा मॉल बनाया है. इसके मालिक यूसुफ अली ने केवल 24 सालों की मेहनत में लगभग 65,150 करोड़ रुपये की संपत्ति अर्जित की है. अबू धाबी की रॉयल फैमिली ने भी लुलु ग्रुप में हिस्सेदारी ली है.
*मलखान सिंह*
लुलु ग्रुप इस समय दुनिया में बहुत तेजी से बढ़ रहा है. भारत समेत दुनियाभर के कई देशों में इस कंपनी से कई बिजनेस हैं. इसे मुख्य तौर पर हायपरमार्केट और बड़े-बड़े ग्रॉसरी स्टोर चलाने के लिए जाना जाता है. इसे वर्ष 2000 में एक भारतीय व्यक्ति ने शुरू किया था, जिसका नाम है एमए यूसुफ अली. फोर्ब्स के मुताबिक, इस समय यूसुफ अली ने नेट वर्थ 7.8 बिलियन डॉलर ( लगभग 65,150 करोड़ रुपये ) है. अब सवाल यह है कि यूसुफ अली ने केवल 24 वर्षों में ही इतना बड़ा बिजनेस एम्पायर कैसे खड़ा कर दिया? एक ऐसा बिजनेस एम्पायर, जिसमें अबू धाबी की रॉयल फैमिली ने 20 प्रतिशत हिस्सेदारी लेने के लिए 1 बिलियन डॉलर तक चुकाए. पूरी कहानी पढ़ेंगे तो और मज़ा आएगा.
साल 1955 के नवम्बर महीने की 15 तारीख को केरल के जिले त्रिशूर में गांव नट्टिका के एक मुस्लिम परिवार में पैदा हुए यूसुफ अली ने अच्छी पढ़ाई-लिखाई की. शुरुआती शिक्षा करनचीरा के सेंट ज़ेवियर हाई स्कूल से प्राप्त की. उन्होंने बाद में बिजनेस मैनेजमेंट एंड एडमिनिस्ट्रेशन का डिप्लोमा लिया. यहीं से साफ हो गया कि वे नौकरी करने वाले नहीं, बल्कि नौकरी देने वाला बनना चाहते हैं.
शिक्षा पाने के बाद 1973 में यूसुफ अली अबू धाबी चले गए. वे अपने चाचा एम.के. अब्दुल्ला की मदद से अबू धाबी पहुंचे थे. एम.के अब्दुल्ला लुलु ग्रुप ऑफ कंपनीज़ के फाउंडर और चेयरमैन थे. लुलु ग्रुप में यूसुफ अली ने कंपनी के काम को विस्तार देने के लिए अहम भूमिका निभाई. वे खासतौर पर इम्पोर्ट और होलसेल डिस्ट्रीब्यूशन में काम कर रहे थे.
*ये था यूसुफ अली के करियर का टर्निंग पॉइन्ट*
1990 में यूसुफ अली के करियर में एक अहम मोड़ आया. उस समय वे लुलु ग्रुप की सुपरमार्केट बिजनेस में एंट्री को लीड कर रहे थे. यह ग्रुप का एक रणनीतिक फैसला था, क्योंकि अबू धाबी में रिटेल का बिजनेस बदल रहा था. वहां ट्रेडिशनल ग्रॉसरी स्टोर सिमट रहे थे और उनके आसपास बड़े आउटलेट और हायपरमार्केट बन रही थीं. हायपरमार्केट मतलब बड़े-बड़े मॉल. यूसुफ अली ने पहला लुलु हायपरमार्केट लॉन्च कर दिया. यहीं से इंडस्ट्री में ग्रुप की विधिवत शुरुआत हुई और नींव पड़ी.
1995 आते-आते दुबई में रिटेल सेक्टर पूरी तरह बदल रहा था. कॉन्टिनेंट ( अब केरेफोर ) जैसे बड़े प्लेयर ने बाजार में प्रवेश कर लिया था. यही वह समय था, जब यूसुफ अली की असली परीक्षा हुई और यूसुफ अली इसे पार कर गए. इस दौरान अली ने अबू धाबी के रिटेल सेक्टर की कमान संभाली, लुलु हायपरमार्केट के बिजनेस को विस्तार दिया और उसे मजबूती दी. इसके बाद लुलु ग्रुप की स्थिति और बेहतर हो गई, एवं यूसुफ अली के नाम का सिक्का भी जम गया. बाजार में यह चर्चा होने लगी की यूसुफ अली ने तेजी से बदलते और मुश्किल होते बिजनेस परिवेश में भी अपनी योग्यता के बूते ग्रुप को सही राह दिखाई.
*65,000 से अधिक कर्मचारी*…..
कंपनी का सबसे कामयाब बिजनेस ‘लुलु हायपरमार्केट’ है. दुनिया के बहुत से बाजारों में यह एक पॉपुलर ग्रॉसरी स्टोर है. एशिया के बाजारों में लुलु ग्रुप एक बड़ा रिटेल प्लेयर बन गया है. मध्य पूर्व (मिडल ईस्ट) में तो यह सबसे बड़ी रिटेल कंपनी है. गल्फ कॉर्पोरेशन काउंसिल और अन्य क्षेत्रों में कंपनी के 258 स्टोर हैं. हायपरमार्केट स्टोर्स के अलावा लुलु ग्रुप के पास 13 शॉपिंग मॉल हैं. भारत में फिलहाल 5 लुलु मॉल हैं. इतना बड़े बिजनेस के बेहतर संचालन के लिए कंपनी ने 65,000 कर्मचारी रखे हैं.
*लुलु ग्रुप ने ग्लोबल रिटेल में भी बनाई साख*..
लुलु ग्रुप के स्टोर और मॉल दुनियाभर में चल ही रहे हैं, मगर कंपनी ने कुछ और बिजनेसेज़ में भी हिस्सेदारियां ली हैं. यूके की एक ट्रेडिंग फर्म ‘ईस्ट इंडिया कंपनी’ में 10 प्रतिशत, और इसी की एक सहायक फूड कंपनी में 40 टका हिस्सेदारी ली है. यह लगभग 85 मिलियन डॉलर का निवेश था. वाई इंटरनेशनल यूएसए भी लुलु ग्रुप का भाग है. यह इसके रिटेल बिजनेस के लिए फूड आइटम्स और कंज्यूमर गुड्स को निर्यात करता है.
*भारत में कैसा है लुलु रिटेल का काम*…..
10 मार्च 2013 को केरल के कोच्चि में एक लुलु इंटरनेशनल शॉपिंग मॉल स्थापित किया था. आपको जानकर हैरानी होगी कि यह देश का सबसे बड़ा शॉपिंग मॉल है. 2021 में ग्रुप ने तिरुवनंतपुरम में एक शानदार मॉल बनाया. इसके अलावा बेंगलुरु, लखनऊ, हैदराबाद, पलक्कड़ (केरल) में भी ग्रुप ने अपने मॉल बनाए हैं. इन सभी मॉल्स में एक ही छत के नीचे देश-दुनिया के कई ब्रांड्स के सामान मिलते हैं.
फिलहाल देश में लुलु फैशन वीक 2024 चल रहा है. कोच्चि से 8 मई को इस फैशन वीक की शुरुआत हुई थी. 10 मई को बैंगलोर में हो चुका है. अब 15 मई को त्रिवेंद्रम, 17 को हैदराबाद, और 24 मई को लखनऊ में होगा. इस फैशन वीक में फैशन के लेटेस्ट कलेक्शन और ब्रांड्स को फीचर किया जा रहा है.