स्वतन्त्रता दिवस 2023 के पावन राष्ट्रीय पर्व पर माननीय राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार) माध्यमिक शिक्षा, उत्तर प्रदेश का संदेश
आज ही के दिन सन् 1947 को भारतवासियों में पराधीनता की जंजीरों को तोड़कर स्वतंत्र प्राप्त की थी। आज इस पावन पर्व पर उन अमर शहीदी, महापुरूषों एवं देशभक्तों को हम शत-शत नमन करते हुये श्रद्धासुमन अर्पित करते हैं, जिनके अदम्य साहस, शौर्य, व्याग, बलिदान और सैकड़ों वर्षों के संघर्ष से हमें स्वतंत्रता मिली और इस गौरवमयी दिवस को मनाने का सौभाग्य प्राप्त हुआ है।
माध्यमिक शिक्षा का एक महत्वपूर्ण स्तर है जो कि प्राथमिक शिक्षा और उच्च शिक्षा के मध्य एक सेतु का कार्य करता है। वर्तमान में प्रदेश में उ०प्र० माध्यमिक शिक्षा परिषद प्रा से सम्बद्ध 2357 राजकीय, 4512 अशासकीय सहायता प्राप्त एवं 21023 स्ववित्तपोषित सहित फुल 27892 माध्यमिक तथा संस्कृत माध्यमिक शिक्षा परिषद से सम्बद्ध 2 राजकीय 973 सहायता प्राप्त एवं 203 स्ववित्त पोषित सहित कुल 1268 विद्यालय संचालित है।
अरोवित क्षेत्रों में गुणवत्तापरक शिक्षा उपलब्ध कराने के लिए 4 नवीन राजकीय इण्टर कालेजों का निर्माण करके संचालन प्रारम्भ किया गया है जिससे प्रतिवर्ष लगभग 40,200- छात्र/छात्राओं को गुणवत्तापरक शिक्षा सुविधा उपलब्ध होगी। इसी प्रकार 30 नवीन हाईस्कूल और 14 नवीन इण्टर कालेज का निर्माण प्रारम्भ किया जा रहा है। इस कार्ययोजना के अन्तर्गत 39 हाईस्कूलों की स्थापना से प्रतिवर्ष लगभग 6,240 और 14 इण्टर कालेजों की स्थापना से लगभग 2240 छात्र / छात्राओं को अध्ययन की सुविधा उपलब्ध होगी।
शैक्षिक दृष्टि से पिछडे व सुदूरवर्ती क्षेत्र में रहने वाली बंचित समूह की लगभग 6500 छात्राओं को प्रतिवर्ष निःशुल्क आवासीय शिक्षा की सुविधा उपलब्ध कराने के लिए 66 बालिका छात्रावासों का संचालन किया जा रहा है। इससे बालिकाओं के ड्रापआउट में कमी होगी और उनकी माध्यमिक स्तर की शिक्षा सुनिश्चित हो सकेगी।
प्रदेश के 1070 राजकीय विद्यालयों में निर्वाध विद्युत आपूर्ति हेतु सोलर पैनल की स्थापना प्रारम्भ की गयी है. जिसमें 330 विद्यालयों में सोलर पैनल की स्थापना का कार्य पूर्ण हो चुका है। विद्यार्थियों के व्यावहारिक ज्ञानार्जन एवं उच्च गुणवत्ता की शिक्षा प्रदान करने हेतु प्रदेश के 217 राजकीय विद्यालयों में विज्ञान लैब की स्थापना प्रारम्भ की गयी है जिसमें 110 विज्ञान लैब के निर्माण का कार्य पूर्ण हो चुका है।
राजकीय माध्यमिक विद्यालयों में अध्ययनरत विद्यार्थियों को बेहतर मूलभूत सुविधायें उपलब्ध कराने के उद्देश्य से प्रोजेक्ट अलंकार योजना के अन्तर्गत जर्जर भवनों के स्थान पर नवीन भवन एवं विद्यालयों में उपलब्ध संसाधनों को सुदृढीकरण हेतु अनुरक्षण मद से 74 जनपदो के 148 राजकीय माध्यमिक विद्यालयों (बालक/बालिका) को वित्तीय वर्ष 2021-22 में 10,54,43,000/-( res more shot a fan commen face shopmet za me 144 mimo formeret (arem/attern) को अनुष्याण गए से वित्तीय वर्ष 2012-13 में 660 16.04.21.000/- इक्कीस हजार का बना किया गया। वृतु अधिकतम सात सात विद्यालयों के नाशक के अनुसार कुल 450 हेतु की कार्यवाही गतिमान है।
प्रदेश के राजकीय माध्यमिक विद्यालयों में चरान वर्ष 2022-23 में 20 का एवं पदस्थापन किया गया। 243 जनित प्रधानाचार्यो के पदस्थापन कार्य प्रक्रियाधीन है। इसी प्रकार लोक सेवा आयोग से चयनित उ०प्र० अधीर सिंह (शिचित पाक श्रेणी) के अन्तर्गत सहायक अध्यापक (पुरुष/महिला) 123 तथा उ0प्र0 विशेष अधीनस्था शैक्षणिक प्रवक्ता संवर्ग (पुरुष / महिला) 1206 को नियुक्ति प्रदान की गयी।
विद्यार्थियों के सर्वागीण विकास और खेलकूद के क्षेत्र में पर्याप्त अवसर उपलब् के लिए स्पोर्टस फॉर स्कूल कार्यक्रम संचालित किया गया है। इसके अन्तर्गत खेल स्पोर्टस अथारिटी ऑफ इण्डिया और जनभागीदारी के माध्यम से खिलाडियों को खेल किट प्रशिक्षण, खेल प्रशिक्षकों का रिफेशर कोर्स, खेल मैदानों का विकास एवं रख-रखाव और खेल उपकरणों की समुचित व्यवस्था का लक्ष्य रखा गया है। प्रथम चरण में प्रदेश में 12 खेलों में (21000 टीमों का गठन कराया जा रहा है। हाल ही में सम्पन्न राष्ट्रीय खेल प्रतियोगिता में अन्दर-19 आयु वर्ग के बालक-बालिकाओं ने उत्कृष्ट प्रदर्शन मारते हुए 15 11 सिल्वर और 22 कांस्य पदक प्राप्त किये हैं।
विभाग द्वारा किये जा रहे विभिन्न उत्कृष्ट कार्यों, विशिष्ट उपलब्धियों तथा नवाचारों को जन-जन तक पहुंचाने के उद्देश्य से “माध्यमिक प्रबोधन वैमासिक पत्रिका का प्रकाशन प्रारम्भ किया गया है। इसे E-Magazine के रूप में भी प्रकाशित किया जा रहा है।
स्वतंत्रता दिवस के पावन राष्ट्रीय पर्व पर में अपने देशवासियों का हार्दिक अभिनन्दन करती हूँ एवं सभी अधिकारियों, गुरुजनों, कर्मचारियों एवं अभिभावकों को बधाई देव हुए ह अपेक्षा करती हूँ कि आप विद्यार्थियों को गुणवत्तापरक शिक्षा प्रदान करने मे अपना अमूल्य योगदान है जिससे कि विद्यार्थियों में अन्तर्निहित क्षमता का संवर्धन हो सके। साथ ही साथ में अपने सभी विद्यार्थियों से अपेक्षा करती हूँ कि देश की सांस्कृतिक विरासत को अक्षुण्ण रखते हुए समाज में अपनी महत्वपूर्ण भूमिका निभाने का निरन्तर प्रयास करें। हम सब का यही प्रयास देश के उन सभी अमर शहीदों को सम्मान एवं उनके प्रति सच्ची श्रद्धांजलि होगी। जय हिन्द, जय भारत।