सूरत, 8 जुलाई 2025 (विशेष प्रतिनिधि)। गुजरात के औद्योगिक नगर सूरत के सचिन स्टेशन रोड स्थित श्रीनाथजी ज्वैलर्स (सी‑वी मार्केट, प्रथम तल) में सोमवार रात लगभग 8 बजे के आसपास हुई सशस्त्र डकैती के दौरान प्रतिष्ठित सुनार आशीष राजपरा (39) को दो गोलियाँ मारकर हत्या कर दी गई। घटनाक्रम में दुकान स्वामी के सहयोगी रोहित सोनी तथा राहगीर नज़ीम शेख घायल हुए हैं, जिनका उपचार न्यू सिविल अस्पताल में चल रहा है।
वारदात का क्रम
चार आरोपित—जिनमें से तीन हथियारबंद थे—ने दुकान में घुसकर सोने के आभूषण प्लास्टिक थैलों में भरने शुरू किए। CCTV फीड देखते हुए निकटवर्ती दुकान से पहुँचे बड़े भाई आशीष राजपरा ने अवरोधित करने का प्रयास किया, जिस पर गिरोह ने उनकी छाती में दो गोलियाँ उतार दीं। आरोपितों ने भीड़ को तितर‑बितर करने हेतु अंधाधुंध फायरिंग की, जिससे उपर्युक्त दो व्यक्ति घायल हुए।
भीड़ का प्रतिकार एवं एक गिरफ्तारी
स्थानीय व्यापारियों व राहगीरों ने तत्परता दिखाते हुए पीछा कर दीपक पासवान नामक एक अभियुक्त को धर दबोचा तथा पुलिस के हवाले किया; तीन अन्य फरार हैं। पकड़ा गया अभियुक्त भीड़ की धुनाई से घायल है। पुलिस सूत्रों के अनुसार गिरोह बिहार से दो दिन पहले सूरत पहुँचा था और घटना से पूर्व रैकी कर चुका था।
बरामदगी एवं क्षति
अपराधियों के भागते समय छोड़ा गया एक बैग बरामद हुआ है; अनुमानित लूट मूल्य लगभग ₹10 लाख आंका गया है। पुलिस यह सत्यापित कर रही है कि लूटी गई संपत्ति का कितना भाग वापस मिल पाया है।
कानूनी कार्रवाई
पीड़ित पक्ष की लिखित तहरीर पर सचिन थाने में भारतीय दंड संहिता की धारा 302 (हत्या), 397 (हतियार के साथ डकैती), 307 (हत्या का प्रयास) तथा धारा 34 (सामूहिक अपराध) के अतिरिक्त आर्म्स एक्ट, 1959 की धाराएँ 25/27 के तहत प्राथमिकी दर्ज कर ली गई है। अपराध शाखा, स्पेशल ऑपरेशन्स ग्रुप और स्थानीय पुलिस की संयुक्त टीमें शेष आरोपितों की तलाश में संभावित ठिकानों पर दबिश दे रही हैं।
आधिकारिक वक्तव्य
सहायक पुलिस आयुक्त (सूरत) एन. पी. गोहील ने कहा, “हमने फरार आरोपितों की पहचान कर ली है; घटना में सहयोग करने वाले स्थानीय संपर्क व्यक्ति को भी चिह्नित किया गया है। जल्द ही सभी को कानून के कटघरे में लाया जाएगा।” वहीं, पुलिस अधीक्षक ने शहरी व्यापारिक प्रतिष्ठानों के लिए उन्नत सुरक्षा प्रोटोकॉल अपनाने और हाई‑रेज़ोल्यूशन CCTV नेटवर्क से जुड़ने का परामर्श जारी किया है।
संदर्भ पृष्ठभूमि
सूरत, विशेषकर सचिन औद्योगिक क्षेत्र, में पिछले छह महीनों में यह तीसरी बड़ी आभूषण‑डकैती है। विशेषज्ञों का कहना है कि उत्तर भारत से सक्रिय संगठित गिरोह गुजरात में त्वरित लाभ हेतु ऐसे अपराध कर रहे हैं। सुरक्षा विश्लेषकों ने अंतर‑राज्यीय खुफिया समन्वय को और मजबूत करने पर बल दिया है।
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